सूने पड़े राजीव गांधी स्टेडियमों की विभाग ने ली सुध एक कोच नियुक्त
बिना कोचों के चल रहे राजीव गांधी स्टेडियमों की खेल विभाग ने सुध ले ली है। कोच की नियुक्ति की जा रही है।
जागरण संवाददाता, करनाल : बिना कोचों के चल रहे राजीव गांधी स्टेडियमों की खेल विभाग ने सुध ली है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर खेल अधिकारी ने कोच को नियुक्त किया है। एथलीट कोच ऋषि कुमार को घोघड़ीपुर की नियुक्ति दी है। जिले में खिलाड़ियों की सुविधाओं के लिए बनाए गए राजीव गांधी खेल स्टेडियम सुविधाओं से महरूम हैं। लंबा समय बीत जाने के बावजूद अभ्यास कराने के लिए न कोच मिले और न ही रखरखाव के लिए कर्मचारियों की व्यवस्था हो पाई है। करोड़ों रुपये खर्च किए जाने के बावजूद यह स्टेडियम कारगर साबित नहीं हुए। खेल विभाग की ओर से करोड़ों रुपये का सामान सेंटर स्टोर में पहुंचने के बावजूद इन स्टेडियमों में जान नहीं फूंकी जा रही है। ग्रामीण खिलाड़ियों को अभ्यास करने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिले में निगदू, घोघड़ीपुर, गगसीना, बसताड़ा, जयसिंह पूरा, पुंडरक, कलरी जहांगीर में करोड़ों रुपये की लागत से स्टेडियम तैयार किए गए हैं। इनमें एक ग्राउंडमैन की सुविधा भी दी गई है, बावजूद सुविधाएं न होने के कारण स्टेडियम सूने पड़े हैं। जिला खेल अधिकारी सुमन सेनी ने बताया कि एथलीट कोच ऋषि कुमार की घोघड़ीपुर में तैनाती की गई है, अभी एक कोच और स्टेडियम को दिया जाएगा।
नर्सरी संचालकों से स्पष्टीकरण मांगने की तैयारी
जिला खेल अधिकारी सुमन सेनी ने बताया कि मुख्यालय में मीटिग के बाद उच्चाधिकारियों के निर्देश पर बंद हुई खेल नर्सरियों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। खेल विभाग ने वर्ष 2017 में नर्सरियों की शुरुआत की थी। इन नर्सरियों में नियमों की पालना न होने के कारण जनवरी 2019 में जांच के दौरान पहले 9 और फिर पांच खेल नर्सरियों को बंद करने के आदेश जारी किए गए। अधिकारी ने बताया कि खेल नर्सरी संचालकों को नियमों का पालन न करने के लिए जल्द ही पत्र जारी किया जाएगा।