किसानों के अरमानों पर पानी, आज भी छिटपुट बरसात के आसार
मौसम की मार ने किसानों की कमर तोड़ दी है। क्षेत्र में तीन दिन से हो रही बरसात से गेहूं की अगेती फसल को काफी नुकसान हुआ है। अगेती फसल पूरी तरह से बिछ चुकी है।
जागरण संवाददाता, करनाल : मौसम की मार ने किसानों की कमर तोड़ दी है। क्षेत्र में तीन दिन से हो रही बरसात से गेहूं की अगेती फसल को काफी नुकसान हुआ है। अगेती फसल पूरी तरह से बिछ चुकी है। किसान कृषि विभाग के अधिकारियों से भी संपर्क कर रहे हैं कि कैसे नुकसान को कम किया जा सके। वहीं, मौसम विभाग की मानें तो आने वाले 24 घंटे में भी बरसात के साथ ओलावृष्टि हो सकती है। कृषि विभाग सलाह दे रहा है कि किसान बरसात का पानी खेतों में जमा ना होने दें। कृषि विभाग के एसडीओ डॉ. सुनील बजाड़ के मुताबिक किसानों को ऐसे मौसम में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
जानें मौसम का हाल
शुक्रवार सुबह मौसम साफ रहा। दोपहर के बाद अचानक बादल छा गए। हल्की बूंदाबांदी भी हुई। मौसम बदला तो किसानों की सांसें भी फूल गई। दिनभर तेज हवा भी चलती रही, बरसात के बाद तेज हवा ने फसल को जमीन में बिछा दिया। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 25.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान भी मामूली गिरावट के साथ 11.8 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। सुबह के समय नमी की मात्रा 93 फीसद दर्ज की गई जो शाम को समय घटकर 69 फीसद रह गई। हवा 4.6 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे बरसात हो सकती है।
रिकॉर्ड तोड़ बरसात, एक जनवरी से अब तक 134.8 एमएम बरसात
इस बार बेमौसमी बरसात रिकार्ड तोड़ रही है। एक जनवरी से लेकर 13 मार्च तक क्षेत्र में 134.8 एमएम बरसात हो चुकी है। वहीं मार्च माह में अब तक 74.6 एमएम बरसात हो चुकी है, यह भी अपने आप में एक रिकॉर्ड है। मौसम विभाग ने अभी ओर बरसात होने की संभावना जताई है, जाहिर है अभी यह आंकड़ा ओर बढ़ेगा। बरसात का रिकार्ड टूट सकता है।