पोलिथिन के इस्तेमाल पर पाबंदी के लिए छापामारी
प्लास्टिक और पोलिथिन का इस्तेमाल पर्यावरण और मानव की सेहत दोनों के लिए खतरनाक है।
संवाद सहयोगी, घरौंडा : प्लास्टिक और पोलिथिन का इस्तेमाल पर्यावरण और मानव की सेहत दोनों के लिए खतरनाक है। सरकार ने पोलिथिन पर प्रतिबंध लगाया है, बावजूद इसके दुकानदार चोरी-छिपे पोलिथिन का प्रयोग कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि नगरपालिका पोलिथिन का इस्तेमाल करने वाले दुकानदारों के खिलाफ एक्शन ना लेती हो, लेकिन फिर भी दुकानदार पॉेलिथिन का प्रयोग कर रहे हैं। नगरपालिका कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, बीती 19 जून से घरौंडा में पोलिथिन का इस्तेमाल करने वाले दुकानदारों के खिलाफ अभियान चलाया गया था। इस माह में नगरपालिका ने दुकानों पर छापेमारी की और 18 दुकानदारों के चालान काटे। नगरपालिका के खाते में 5800 रुपये जमा हुए। जुलाई माह में भी कमोबेश यही स्थिति रही 18 चालान काटे गए और 8500 रुपए नगरपालिका को मिले। अगस्त माह में यह आंकड़ा कुछ कम हुआ। 14 चालान काटे गए, जिनसे नपा को 4000 रुपए मिले। सितंबर माह में मात्र तीन दुकानदारों के चालान काटे। इनसे 1100 रुपये जुर्माने के भराए गए। जबकि अक्टूबर माह में मात्र छह चालन काटे जिससे नपा के खाते में 500 रुपए आए।
38 फीसद ने जमा नहीं कराया जुर्माना
नगरपालिका अधिकारियों के मुताबिक, पोलिथिन को लेकर सख्ताई की गई है। अक्टूबर माह तक 59 चालान काटे जा चुके हैं। इससे नगरपालिका में लगभग 20 हजार रुपये का जुर्माना जमा हुआ है, लेकिन 38 प्रतिशत दुकानदार ऐसे भी है जिन्होंने जुर्माना जमा ही नहीं कराया। नगरपालिका अधिकारियों के मुताबिक, जुर्माना अदा ना कराने वाले दुकानदारों पर कोर्ट केस किया जाएगा। पोलिथिन का बढ़ता उपयोग न केवल वर्तमान के लिये बल्कि भविष्य के लिये भी खतरनाक है।