सीएम फ्लाइंग का छापा-गोदामों से लेकर दुकानों तक कार्रवाई, खराब रसगुल्ले भी मिले
संवाद सूत्र निसिग करनाल शहर में लगातार दो दिन कार्रवाई के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी स
संवाद सूत्र, निसिग : करनाल शहर में लगातार दो दिन कार्रवाई के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी सीएम फ्लाईग व खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके चलते मंगलवार को टीम ने अलग-अलग जगह गोदामों से लेकर मिठाई व आटे की दुकानों पर भी छापेमारी की। टीम यहां मिठाइयों की हालत देख दंग रह गई और खराब मिले रसगुल्ले व अन्य मिठाई को मिट्टी में दबवाया गया जबकि 10 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए। टीम की इस कार्रवाई से दुकानदारों में हड़कंप मचा रहा।
सीएम फ्लाईंग के इंचार्ज शीशपाल व जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी डा. संदीप कादियान के नेतृत्व में सुबह ही सबसे पहले गांव गोंदर में रसगुल्ला निर्माताओं के गोदाम में छापेमारी की, जहां उन्हें रसगुल्ला व मिल्क पाउडर सहित अन्य खाद्य पदार्थो के सैंपल लिए। यहां बड़ी मात्रा में खराब रसगुल्ले मिले, जिन्हें देख टीम हैरान रह गई। इन्हें उसी समय मिट्टी में दबवाया गया। इसके बाद टीम ने निसिग स्थित मिठाई के एक गोदाम में छापामार कारवाई करते हुए रसगुल्ला, गुलाब जामुन व बर्फी के सेंपल लिए।
उप निरीक्षक सुक्रमपाल ने बताया कि गांव गोंदर में पिछले कई वर्षों से आर्य डेयरी एवं स्वीटस के नाम से मिठाईयां बनाने का गोदाम चल रहा था। गोदाम में करीब पांच सौ क्विंटल रसगुल्ला गुलाब जामुन, मिलक पाउडर सहित अन्य सामान मौजूद था। उन्होंने इन मिठाइयों की गुणवत्ता जांच के लिए सैंपल लिए है। इसमें करीब एक क्विटल रसगुल्ले के खराब होने के अंदेशे के चलते उसे गड्ढा खुदवाकर नष्ट करवाया गया। शेष मिठाइयों की सैंपलिग के साथ ही सामान सील कर दिया गया। इसके साथ ही निसिग के बाईपास रोड स्थित एक मिठाई के गोदाम से रसगुल्ला, गुलाब जामुन व बर्फी के सैंपल लिए गए। उनका उद्देश्य लाभ की आड़ में मिलावटखोरी कर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों पर शिकंजा कसना है। इस मौके पर एसआइ सत्यपाल, एएसआइ लखविद्र सिंह , एचसी प्रवीन कुमार, स्वास्थ्य विभाग के डा. संदीप कादियान, सुरेंद्र सहित अन्य मौजूद थे। मिठाई की दुकानों से लिए छह सैंपल
निसिग व गोंदर के मिष्ठान गोदामों से कुल छह सैंपल सील किए गए है। खराब मिठाइयों के अंदेशे के चलते कुछ मिठाई नष्ट भी कराई गई है। एकत्रित किए गए सैंपल को लैब भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी। इस तरह से छापेमारी लगातार जारी रहेगी, ताकि लोगों के स्वास्थ्य से किया जाने वाला खिलवाड़ रोका जा सके।
डा. संदीप कादियान, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी