आठ निजी अस्पतालों पर बायोमेडिकल वेस्ट डिस्ट्रिक मॉनीटरिग टीम की छापेमारी
बायोमेडिकल वेस्ट की डिस्ट्रिक लेवल मॉनिटरिग टीम ने शहर के अलग-अलग आठ निजी अस्पतालों में छापामारी की। टीम में एसडीओ शैलेंद्र अरोड़ा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रतिनिधि डॉ. संजय बहल साथ थे।
जागरण संवाददाता, करनाल : बायोमेडिकल वेस्ट की डिस्ट्रिक लेवल मॉनिटरिग टीम ने शहर के अलग-अलग आठ निजी अस्पतालों में छापामारी की। टीम में डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. राजेश गौरिया, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एसडीओ शैलेंद्र अरोड़ा, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रतिनिधि डॉ. संजय बहल साथ थे। टीम ने सबसे पहले श्रीहरि अस्पताल का निरीक्षण किया। यहां पर कचरे का सही तरीके से सेग्रीगेशन नहीं हो रहा था। टीम ने चेतावनी दी कि बायोमेडिकल वेस्ट का सेग्रीगेशन सही तरीके से होना चाहिए और उसका निस्तारण भी नियमानुसार होना चाहिए। टीम ने रामा सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल, बालाजी अस्पताल, विर्क अस्पताल, दुआ मल्टी स्पेशिलिटी अस्पताल, सिग्नस अस्पताल व अमृतधारा माई अस्पताल का निरीक्षण किया। टीम ने बारीकी से हर पहलु की छानबीन की।
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. राजेश गौरया ने बताया कि दो से तीन अस्पतालों को छोड़कर ज्यादातर में सेग्रीगेशन सही नहीं पाया गया। इसके अलावा नियमों में बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए उसे बार कोड लगाकर इंस्सूलेंटर तक भेजा जाता है। किसी भी अस्पताल ने बार कोड को लागू नहीं किया है। टीम गठित होने के बाद यह पहली विजिट है, इसलिए भी निजी अस्पताल संचालकों को चेतावनी दी गई है। उन्हें सख्त निर्देश दिए गए हैं कि अस्पतालों के अंदर जितना बायोमेडिकल वेस्ट निकलता है उसको निस्तारण के लिए जब भेजा जाता है बार कोड लगा होना चाहिए। हालांकि कुछ अस्पतालों ने बार कोड खरीदे हैं। साफ्टवेयर खरीदे हैं, लेकिन इस नियम को अभी तक लागू नहीं किया है। पहले अस्पताल संचालकों को चेतावनी दी जाएगी, यदि नही मानते हैं तो उसके बाद नोटिस जारी किए जाएंगे। इसके बाद भी निजी अस्पताल नियमों पर अमल नहीं करते हैं तो अस्पताल को सील करने तक की कार्रवाई की जा सकती है।