इंटर मीडिएट पंपिग स्टेशन से दूर होगी सीवरेज जाम की समस्या
काछवा रोड पर स्लाटर हाउस के समीप बन रहे इंटर मीडिएट पंपिग स्टेशन से आसपास के लोगों को सीवरेज जाम की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। लो लाइन एरिया को चिन्हित कर नगर निगम इस पंपिग स्टेशन का निर्माण कर रहा है।
जागरण संवाददाता, करनाल : काछवा रोड पर स्लाटर हाउस के समीप बन रहे इंटर मीडिएट पंपिग स्टेशन से आसपास के लोगों को सीवरेज जाम की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। लो लाइन एरिया को चिन्हित कर नगर निगम इस पंपिग स्टेशन का निर्माण कर रहा है। 12 एमएलडी की क्षमता वाले इस पंपिग स्टेशन के निर्माण पर करीब 25 लाख रुपये की लागत आएगी। आइपीएस का निर्माण साढ़े 5 मीटर व्यास में किया जा रहा है तथा इसकी गहराई 10 मीटर तक है। करीब डेढ़ माह में यह बनकर तैयार हो जाएगा। गौरतलब है कि आइपीएस के निर्माण को लेकर पिछले दिनों नगर निगम के आयुक्त निशांत कुमार यादव ने भी निरीक्षण किया था और अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि इंटर मीडिएट पंपिग स्टेशन का निर्माण तय समय पर पूरा हो। इस क्षेत्र के करीब 25 हजार की आबादी को इसका फायदा मिलेगा।
आइपीएस से इस क्षेत्र को जोड़ा जाएगा
आइपीएस में पाल नगर, सैदपुरा, केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान तथा धौलगढ़ के निचले क्षेत्रों से सीवर का पानी पाइप लाइन के जरिए एकत्र होगा। जिसे पंपिग कर डब्ल्यूजेसी पुल के साथ से गुजरती बड़ी पाइप लाइन में डाला जाएगा। वहां से यह सीवर पानी घोघड़ीपुर के पास निर्माणाधीन 10 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में जाकर ट्रीट होगा।
मेरठ रोड पर भी किया जा रहा है निर्माण
मेरठ रोड पर वर्षों पहले लो-लाइन में स्थित सहकारी चीनी मिल और इसके साथ लगते क्षेत्र में गंदे पानी की निकासी की समस्या का स्थाई हल किया जा रहा है। इसके समाधान के लिए नगर निगम द्वारा शुगर मिल परिसर में आईपीएस (इंटरमीडिएट पंपिग स्टेशन) बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। नगर निगम की ओर से महत्वाकांक्षी अमरूत स्कीम के तहत इस कार्य को टेक ओवर करवाया गया है। करीब 70 लाख रुपये की लागत से इसका निर्माण किया जाना है। क्षेत्र रामपुरा कटाबाग, सूरज नगर, एमसी कॉलोनी तथा पृथ्वी विहार जैसी कॉलोनियां जो लो-लाइन में हैं, उसका पानी भी डिस्पोजल के लिए इसी कुएं में आएगा।
अक्सर सीवर जाम की रहती थी शिकायतें
लो लाइन एरिया होने के कारण इंटर मीडिएट पंपिग स्टेशन निर्माण करने का निर्णय लिया गया है। अक्सर इस एरिया में खासकर बरसात के सीजन में लोगों को दिक्कतें आती थी। सीवरेज जाम हो जाते थे। मोटर के माध्यम से अब सीवरेज के पानी को स्टेशन तक लाया जाएगा, इसके बाद इसको ट्रीट करने के लिए घोघड़ीपुर के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक भेजा जाना सुनिश्चित किया गया है।
वर्जन
नगर निगम के आयुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि लोगों की यह काफी समय से मांग थी। सीवरेज जाम होने की दिक्कतें सामने आई थी। इस गंभीर समस्या को लेकर स्थानीय लोगों से बातचीत की गई थी। क्षेत्र की स्थिति को देखकर एक लोकेशन तैयार की गई, ताकि यहां पर सीवरेज के पानी को एकत्रित किया जाए। आइपीएस डेढ़ माह के लगभग वर्किंग में आ जाएगा। ऐसे लोगों सभी समस्याओं का निदान होगा।