नगर निगम सीवर सफाई में हो रहे घोटाले की जांच हो : अरोड़ा
सेक्टर-13 मंदिर स्थित पर्यावरण संरक्षण समिति की मीटिग में मुख्य एजेंडा शहर में सीवर लाइनों की सफाई एवं धीमी वाटर सप्लाई के बारे में चर्चा की गई। जुलाई मास में मानसून के आने से पहले सीवरेज लाइनों की सफाई जरूरी है
जागरण संवाददाता, करनाल : सेक्टर-13 मंदिर स्थित पर्यावरण संरक्षण समिति की मीटिग में मुख्य एजेंडा शहर में सीवर लाइनों की सफाई एवं धीमी वाटर सप्लाई के बारे में चर्चा की गई। जुलाई मास में मानसून के आने से पहले सीवरेज लाइनों की सफाई जरूरी है। सदस्यों ने बताया कि शहर में सीवर लाइन में गारबेज भरा पड़ा है और कई जगह मेन होल जाम रहे हैं। समिति अध्यक्ष एसडी अरोड़ा ने बताया कि पहले यह कार्य पब्लिक हेल्थ के अंडर था, लेकिन अब यह काम नगर निगम को ट्रांसफर कर दिया गया है। इसके साथ ही पब्लिक हेल्थ विभाग के 25 पक्के सीवरेज कर्मचारी भी नगर निगम को ट्रांसफर कर दिए गए हैं। इस कार्य के लिए, ये पब्लिक हेल्थ कर्मचारी ट्रेंड हैं और पिछले लगभग 40 वर्षों से काम कर रहे कर्मचारियों को लीकेज प्वाइंट का ज्ञान भी है। अब यह कर्मचारी नगर निगम में खाली बैठाए हुए हैं और सीवरेज लाईनों की सफाई का काम प्राइवेट ठेकेदारों को दिया जा रहा है। समिति को पता चल है कि सीवरेज लाइनों की क्लीनिग का काम फरीदाबाद की किसी कंपनी को दिया गया है और वाटर सप्लाई लीकेज ठीक करने का कार्य करनाल के एक ठेकेदार को दिया गया है जोकि सरासर धांधली है। महासचिव केएल नारंग ने कहा कि एक तरफ तो नगर निगम इन प्रशिक्षित पक्के कर्मचारियों को निगम में खाली बैठाकर इनको वेतन दे रहा है और दूसरी तरफ इनका कार्य ठेकेदारों के हवाले कर दिया गया। इस प्रकार नगर निगम अधिकारियों की ओर से जालसाजी करके सरकारी धन को हड़पने की धांधली की जा रही है। इस अवसर पर समिति मुख्य पैट्रन कंवल भसीन, महासचिव केएल नारंग, प्रधान एसडी अरोड़ा, वरिष्ठ उप प्रधान राम रतन अत्री, एलडी मदान, पैट्रन ओपी सचदेवा, एसके चावला, देव राज चौधरी, अमर दास दुआ, डा. डीएन गांधी, अनिल अरोड़ा, ईश्वर छाबड़ा, पुष्पा सिन्हा, तृप्ता शर्मा, शशी आर्या, सुनीता कुमारी व सरिता भंडारी मौजूद रहे।