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प्री मानसून दे सकता दस्तक सीवरेज व नालों की सफाई 50 फीसद भी पूरी नहीं

नगर निगम प्रशासन ने शहर के नालों और सीवरेज की सफाई नहीं की है जबकि प्री-मानसून आने को है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 May 2019 08:18 AM (IST)Updated: Tue, 21 May 2019 06:33 AM (IST)
प्री मानसून दे सकता दस्तक सीवरेज व नालों की सफाई 50 फीसद भी पूरी नहीं
प्री मानसून दे सकता दस्तक सीवरेज व नालों की सफाई 50 फीसद भी पूरी नहीं

जागरण संवाददाता, करनाल

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15 दिन बाद प्री मानसून कभी भी दस्तक दे सकता है। शहर के सीवरेज व नालों की सफाई का काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। जनस्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 50 फीसद सीवरेज व नालों की क्लीनिग का काम पूरा हो चुका है। बाकी बचा हुआ काम 15 दिन में संभव नहीं है, क्योंकि जनस्वास्थ्य विभाग व नगर निगम के पास इतनी मेन पावर नहीं है कि वह बरसात आने से पहले सफाई का काम पूरा कर सके। हर साल दावे किए जाते हैं कि शहर में जलभराव की स्थिति नहीं होगी, लेकिन बरसात शहर की सफाई व्यवस्था की पोल खोलकर रख देती है। जिस गति से काम चल रहा है उससे तय है कि अधिकारी शहर को डुबोने की पूरी तैयारी में हैं। जो स्पीड अभी सीवरेज क्लीनिग की चल रही है उस गति से दो माह ओर सफाई के काम में लग जाएंगे। रुटीन के पानी का दबाव ही नहीं झेल रहे सीवर

फिलहाल बिना बरसात के सीवर ओवरफ्लो हो रहे हैं, रुटीन में निकलने वाला पानी ही यह सीवर झेल नहीं पा रहे हैं, यदि बरसात होगी तो पूरा शहर पानी में डूब जाएगा। बरसात में अक्सर बस स्टैंड, कमेटी चौक, सेक्टर व मॉडल टाउन का एरिया भी जलभराव की समस्या से जूझता है। शहर के पॉश एरिया में भी बरसात में हालात खराब हो जाते हैं।

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हर बार बड़े-बड़े दावे, फिर भी शहर होता जलमग्न

जनस्वास्थ्य विभाग की अधिकारी हर बार दावे करते हैं कि शहर के सीवरेज व्यवस्था बेहतर कर दी गई है, लेकिन हल्की बरसात सभी दावों की पोल खोल कर रख देती है। सीवरेज जाम होने के कारण शहर की सड़कें जलमग्न हो जाती हैं। संसाधन पूरे ना कर्मचारी

कार्य की स्पीड कम होने के पीछे जनस्वास्थ्य विभाग कर्मचारियों की कमी का हवाला दे रहा है। इस समय पांच टीमें सीवरेज सफाई में लगी हैं। एक टीम में आठ सदस्य हैं। मशीनें महज तीन हैं। सबसे बड़ी ड्रेन की तरफ ध्यान ही नहीं

पूरे शहर का पानी जहां से होकर गुजरता है उसकी हालात और भी खराब है। मुगल कैनाल नाले में इस समय तकरीबन पांच फीट तक सिल्ट जमी है, जिसको आसानी से बाहर नहीं निकाला जा सकता है। इस नाले के साथ-साथ अन्य नालों में भी गाद जमी हुई है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि ड्रेन की सफाई के लिए टेंडर हो चुका है इस पर जल्द काम कराया जाएगा। वर्जन

50 प्रतिशत काम सीवरेज सफाई का काम पूरा कर लिया गया है। तीन मशीनें सफाई के लिए लगी हैं। पांच टीमें भी लगाई हुई हैं। 15 जून तक हर हाल में काम को पूरा कर लेंगे। जलभराव की दिक्कतें नहीं आएंगी।

- रमेश कुमार, एसई, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग। वर्जन

मुगल कैनाल की सफाई के लिए टेंडर हो चुके हैं। इसकी सफाई के लिए जल्द काम शुरू हो जाएगा। शहर में अन्य जगहों पर भी नालों की सफाई का काम कराया जा रहा है। लोगों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी।

धीरज कुमार, डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर,

नगर निगम।


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