Move to Jagran APP

शिविर में साधकों को कराया योगाभ्यास

हरियाणा योग परिषद के सदस्य दिनेश गुलाटी द्वारा सेक्टर-14 के श्रीकृष्ण मंदिर में रविवार से 21 दिवसीय सहयोगी योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत की गई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Jan 2021 08:37 AM (IST)Updated: Mon, 11 Jan 2021 08:37 AM (IST)
शिविर में साधकों को कराया योगाभ्यास
शिविर में साधकों को कराया योगाभ्यास

जागरण संवाददाता, करनाल : मेरा मिशन स्वस्थ भारत के अंतर्गत हरियाणा योग परिषद के सदस्य दिनेश गुलाटी द्वारा सेक्टर-14 के श्रीकृष्ण मंदिर में रविवार से 21 दिवसीय सहयोगी योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत की गई। पहले दिन योग

loksabha election banner

साधकों में उत्साह देखने को मिला। इस निशुल्क योग प्रशिक्षण शिविर में शहर के काफी लोगों ने हिस्सा लिया, जिसमें सभी आयु वर्ग के लोग बच्चे, बड़े और शिक्षक, डाक्टर आदि शामिल रहे। मुख्य शिक्षक दिनेश गुलाटी ने पहले दिन सूक्ष्म व्यायाम का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कहा कि यह सूक्ष्म व्यायाम शरीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है और उन्होंने सांसों की क्रियाओं का महत्व भी बताया। उन्होंने कहा कि यदि हम श्वाशों के साथ

लयबद्ध तरीके से सूक्ष्म व्यायाम करते हैं तो वह योगिक क्रिया बन जाती है, वरना यह सिर्फ क्रिया ही रह जाएगी। कार्यक्रम के कोआर्डिनेटर आयुष मंत्रालय से डॉक्टर अमित पुंज ने सूक्ष्म व्यायाम की बारीकियां विस्तार से समझाई और एक-एक क्रिया का अभ्यास पूर्णता से करवाया। योग शिक्षिका मीना सरदाना ने भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास कराया और अपने अनुभव सांझा किए। इस अवसर पर मेरा मिशन स्वस्थ भारत के सहयोगी शिक्षक नीलम बठला, निधि गुप्ता, बरखा जिदल, नवीन जिदल, वीना गोयल, जितेंद्र गुप्ता व राजीव शर्मा मौजूद रहे।

शांति व अहिसा आंदोलन की सफलता के मूल मंत्र : आर्य

जागरण संवाददाता, करनाल : भारतीय किसान मजदूर नौजवान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र आर्य दादूपुर ने किसानों को शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि शांति व अहिसा आंदोलन की सफलता के दो मुख्य मूल मंत्र हैं। प्रदेश सरकार को चाहिए कि जब तक किसानों व सरकार के बीच कोई फैसला नहीं हो जाता, तब तक सरकार अपने सभी राजनीतिक प्रोग्राम स्थगित कर दें। सरकार किसानों के हित में फैसला कर स्थिति को सामान्य करें। राजेंद्र आर्य दादूपुर ने कहा कि आज किसान बड़े बुरे व संघर्ष के दौर से गुजर रहा है, आपसी विश्वास, शांति व अहिसा के रास्ते पर चल कर ही आंदोलन को जीता जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमने किसानों को नियंत्रित करने व अनुशासन में रखने का भरसक प्रयास किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.