पुलिस ने आरोपितों के न नाम बताए, न गिरफ्तारी का स्थान
एसपी सुरेंद्र ¨सह भौरिया ने दावा किया कि मंदिर में हुए हत्याकांड में शामिल पांचों बदमाशों को करनाल उप्र बॉर्डर से पकड़ा गया है। यह किस जगह पर छिपे थे। इसके बारे में नहीं बताया। न ही पांचों आरोपितों के नाम उजागर किए।
जागरण संवाददाता, करनाल : एसपी सुरेंद्र ¨सह भौरिया ने दावा किया कि मंदिर में हुए हत्याकांड में शामिल पांचों बदमाशों को करनाल उप्र बॉर्डर से पकड़ा गया है। यह किस जगह पर छिपे थे। इसके बारे में नहीं बताया। न ही पांचों आरोपितों के नाम उजागर किए। वजह बताई कि अभी जो नाम हत्यारों ने बताए हैं, वह गलत हो सकते हैं। रिमांड के दौरान इनकी आइडी बरामद करने के बाद ही इसका पर्दाफाश करेंगे।
वह मंगलवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि एसआइटी के इंचार्ज डीएसपी वीरेंद्र सैनी के नेतृत्व में जांच करते हुए एंटी स्ने¨चग टीम के इंचार्ज एएसआइ प्रवीन कुमार ने पांचों को गिरफ्तार किया है।
उप्र व हरियाणा पुलिस के एक्सपर्ट का लिया सहारा
मंदिर हत्याकांड पुलिस के लिए चुनौती बन गया था। चूंकि उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में इस तरह की वारदात हो चुकी हैं। इसलिए गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने उत्तर प्रदेश की पुलिस का सहारा लिया। ऐसे गिरोह को पकड़ने में विशेषज्ञ हरियाणा पुलिस के अधिकारियों से भी बातचीत की। कॉल डंप उठाई तो चार लाख से अधिक नंबर सामने आ गए। इसके बाद बड़ी सूझबूझ से जांच आगे बढ़ाई।
एसपी ने बताया कि मौके पर सबूत नहीं मिले तो कई विकल्पों के तहत खोजबीन की। उत्तर प्रदेश में लगातार पुलिस की टीम खोजबीन करती रही। आखिरकार इस गिरोह का एक नंबर पुलिस के हाथ लगा। इसकी लोकेशन व गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार को छापामारी की गई।