लॉकडाउन में ढील के बाद कार्यालयों में पहुंचने लगे लोग, हाथ लग रही मायूसी
चार मई से लॉकडाउन में ढील के बाद क्षेत्र के लोग अपने कामकाज से सरकारी कार्यालयों में पहुंचने शुरू हो गए हैं। 17 मई तक लॉकडाउन की घोषणा के चलते उनके हाथ मायूसी लग रही है। प्रशासनिक अधिकारियों के नाकाफी प्रयास के चलते लोग जागरूक नहीं हो पा रहे हैं और कुछ लोग अपनी समस्या को लेकर जिले के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग नगर निगम पीडब्ल्यूडी नहरी विभाग खेल विभाग में पहुंच रहे हैं जिन्हें बैरंग लौटना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, करनाल : चार मई से लॉकडाउन में ढील के बाद क्षेत्र के लोग अपने कामकाज से सरकारी कार्यालयों में पहुंचने शुरू हो गए हैं। 17 मई तक लॉकडाउन की घोषणा के चलते उनके हाथ मायूसी लग रही है। प्रशासनिक अधिकारियों के नाकाफी प्रयास के चलते लोग जागरूक नहीं हो पा रहे हैं और कुछ लोग अपनी समस्या को लेकर जिले के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, नहरी विभाग, खेल विभाग में पहुंच रहे हैं, जिन्हें बैरंग लौटना पड़ रहा है। सरकारी कार्यालयों में स्टाफ पहुंचना शुरू हो गया है और जरूरी कामकाज के निपटान के अलावा योजनाओं को सिरे चढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी तरह, खंड शिक्षा कार्यालय में नियम-134ए के तहत दाखिलों को लेकर अभिभावक मौजूदा कर्मचारियों से पूछताछ करने पहुंच रहे हैं। जागरूकता का अभाव होने के कारण सड़कों पर जाम लग रहे हैं, जिससे शारीरिक दूरी के नियमों की पालना की धज्जियां उड़ रही हैं। ----बॉक्स----
निर्माण कार्य चालू करवाने के निर्देश
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नहरी विभाग के एसडीओ करनैल सिंह ने बताया कि एक जुलाई से नहरों में पानी चालू करना है और पेडिग निर्माण कार्यों को शुरू किया गया है। 30 जून तक नहरों में चल रहे निर्माण कार्यों को पूरा करना है ताकि पानी छोड़ा जा सके। बरसात के सीजन से पहले नहरों की सफाई करवाई जा रही है। 17 मई तक लॉकडाउन के चलते पब्लिक डीलिग नहीं की जा रही है। कार्यालय में अगर कोई आता भी है तो उसे समझाकर वापिस भेज दिया जाता है। वहीं, उपायुक्त निशांत यादव ने बताया कि 17 मई तक लॉकडाउन के नियमों की पालना अनिवार्य है। सरकार की तरफ से मिली ढील के बाद सरकारी कार्यालयों में कर्मचारी जरूरी कार्यों के लिए पहुंचे हैं। लोगों को अधिक से अधिक ऑनलाइन प्रणाली अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बेवजह सड़कों पर निकलने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है। ---बॉक्स----
पूछताछ के लिए पहुंच रहे अभिभावक
जिला खंड शिक्षा अधिकारी चंद्रेश विज ने बताया कि लॉकडाउन की घोषणा के बाद से विभाग की तरफ से नियम 134ए के तहत दाखिलों की कार्रवाई को रोक दिया गया है। चार मई को लॉकडाउन में हल्की ढील के कारण बच्चों के अभिभावक कार्यालय में दाखिलों की जानकारी के पहुंच रहे हैं। सरकार से मिली ढील के बाद कार्यालय के जरूरी कार्यों का निपटान किया जा रहा है। तालाबंदी और ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया के चलते अभिभावकों का कार्यालय में आने का कोई औचित्य नहीं बनता है। दाखिले से संबंधित फैसला उच्चाधिकारियों ने लेना है। फिलहाल लोग घरों में रहकर तालाबंदी के नियमों की पालना करें ताकि वायरस की चेन पर ब्रेक लगाई जा सके।