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पाम रेजिडेंसी निवासी बोले- जब निगम ने विकास शुल्क ले लिया तो दिक्कतें क्यों नहीं हो रही दूर

लंबे समय से दिक्कतों का सामना कर रहे पाम रेजिडेंसी के निवासियों का सब्र बुधवार को जवाब दे गया। उनके बीच मेयर रेनूबाला गुप्ता पहुंचीं तो लोगों ने उन पर सवालों की बौछार कर दी। मेयर के पास इनका कोई जवाब नहीं था।

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Jul 2019 10:14 AM (IST)Updated: Thu, 18 Jul 2019 10:14 AM (IST)
पाम रेजिडेंसी निवासी बोले- जब निगम ने विकास शुल्क ले लिया तो दिक्कतें क्यों नहीं हो रही दूर
पाम रेजिडेंसी निवासी बोले- जब निगम ने विकास शुल्क ले लिया तो दिक्कतें क्यों नहीं हो रही दूर

जागरण संवाददाता, करनाल : लंबे समय से दिक्कतों का सामना कर रहे पाम रेजिडेंसी के निवासियों का सब्र बुधवार को जवाब दे गया। उनके बीच मेयर रेनूबाला गुप्ता पहुंचीं तो लोगों ने उन पर सवालों की बौछार कर दी। मेयर के पास इनका कोई जवाब नहीं था। मेयर के साथ अधिकारियों की टीम भी थी, लेकिन क्षेत्रवासियों व दुकानदारों ने किसी को बोलने नहीं दिया। लोगों के सवालों के सामने मेयर सिर्फ 17 मिनट ही रुकी।

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पाम रेंजिडेंसी और रास रेजिडेंसी में 479 परिवार रहते हैं। निवासियों ने कहा कि उन्होंने 30 से 35 लाख रुपये खर्च कर यहां फ्लैट और प्लॉट खरीदे हैं। खरीदते वक्त ही विकास शुल्क भी जमा कराया गया। हरीश अरोड़ा ने बताया कि पाम रेजिडेंसी में 329 परिवार रह रहे हैं। यह सोसाइटी वर्ष 2010 में आबाद हुई थी। 10 साल बाद भी यहां न तो रोड है, न गंदे पानी की निकासी के प्रबंध। यहां रहना मुश्किल हो गया है। चार दिन से गंदे पानी में रह रहे हैं हम

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रुचि शर्मा ने बताया कि सड़क पर चार दिन से पानी जमा है। अधिकारियों के कार्यालय में चक्कर लगाकर थक चुके हैं। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब मेयर तो आ गई, लेकिन उनके पास समस्याओं के निदान का कोई ठोस खाका नहीं है। यही कारण है कि उनके सामने विरोध करने के सिवाय कोई चारा नहीं रह गया है। क्षेत्र के नाम पर निगम के पास नहीं बजट

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संदीप शर्मा ने बताया कि विकास के नाम पर औसतन हर निवासी ने दो लाख रुपये निगम को दिए हैं। इसके बाद भी उनकी समस्याओं के समाधान की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अब न तो उनकी मांग की ओर बिल्डर ही ध्यान दे रहा है और न ही निगम। हमारे एक भी सवाल का जवाब नहीं मेयर के पास

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बलजीत सिंह ने बताया कि आखिर उन्हें किस कसूर की सजा दी जा रही है? उन्होंने बहुत ही उम्मीद के साथ यहां फ्लैट खरीदा था, लेकिन इलाके में विकास न होने की वजह से स्लम एरिया बन रहा है। उनके सवालों का मेयर के पास कोई जवाब भी नहीं है। इसलिए गुस्से में है लोग

1. वर्षों से मुख्य सड़क की हालत खस्ता

2. निगम अधिकारियों की ओर से सुनवाई न करना

3. पेयजल सप्लाई की सुविधा न होना

4. क्षेत्र सीवर न डाले जाना

5. विकास शुल्क देने के बावजूद सुविधा न मिलना ---वर्जन---

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निगम अधिकारियों के साथ रांवर रोड के सुधार के लिए मुआयना किया गया। वहां के लोगों से बातचीत करके समस्या को जल्द हल किया जाएगा। सड़क निर्माण कराया जाएगा और अन्य सुविधाओं पर भी अधिकारियों से बैठक की जाएगी।

रेनूबाला गुप्ता, मेयर।


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