पांच लाख रुपये तक की निशुल्क चिकित्सा सेवाओं का मिल रहा है लाभ- उपायुक्त
उपायुक्त अनीश यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य (आयुष्मान भारत) योजना के अंतर्गत गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का वार्षिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है जोकि ऐसे परिवारों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। उपायुक्त ने बताया कि इस योजना के तहत गरीब एवं असहाय परिवारों को बीमारियों के निश्शुल्क ईलाज की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है। इसके लिए आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं इस योजना के तहत प्रति परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक की चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं। जरूरतमंद लोगों के लिए यह योजना काफी फायदेमंद साबित हो रही है।
जागरण संवाददाता, करनाल :
उपायुक्त अनीश यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य (आयुष्मान भारत) योजना के अंतर्गत गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का वार्षिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है, जोकि ऐसे परिवारों के लिए एक वरदान साबित हो रही है।
उपायुक्त ने बताया कि इस योजना के तहत गरीब एवं असहाय परिवारों को बीमारियों के निश्शुल्क ईलाज की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है। इसके लिए आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं, इस योजना के तहत प्रति परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक की चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं। जरूरतमंद लोगों के लिए यह योजना काफी फायदेमंद साबित हो रही है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवम्बर 2018 में गरीब परिवारों को बीमारियों का निश्शुल्क इलाज करने की सुविधा प्रदान करने के लिए यह योजना लागू की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान योजना को शुरू करके गरीब एवं असहाय परिवारों को राहत प्रदान की है।
उन्होंने कहा कि यह योजना पूर्णतया कैशलैस है, लाभार्थी व्यक्ति केवल अपना आयुष्मान भारत कार्ड दिखाकर ही पैनल पर लिए गए निजी अथवा सरकारी अस्पतालों में अपना मुफ्त में ईलाज करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत कार्ड बनवाने हेतु लाभार्थी किसी भी अटल सेवा केंद्र पर जाकर अपने पहचान पत्र, राशन कार्ड दिखाकर बनवा सकता है। इसके लिए पैनल पर लिए गए निजी अस्पतालों तथा सरकारी अस्पतालों में भी यह कार्ड मुफ्त में बनवा सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत जिला विभिन्न अस्पताल पैनल पर हैं। कोई भी लाभार्थी इन अस्पतालों में जाकर अपना आयुष्मान भारत कार्ड दिखाकर स्वीकृत पैकजों पर इलाज करवा सकता है।