संवाद सहयोगी, बल्ला : ऑनलाइन रजिस्ट्रियों के लिए आवेदन की नई प्रक्रिया ने ग्रामीणों को परेशान कर दिया है। तहसीलों के अंतर्गत आने वाले गांव पोर्टल में न होने के कारण आवेदक रजिस्ट्री के लिए चक्कर काट रहे हैं और अधिकारियों के पास भी इसका हल नहीं निकल रहा है। जल्दबाजी में शुरू किए गए ऑनलाइन सिस्टम को लेकर तहसील परिसरों में लोगों को लाइनों में लगना पड़ रहा है। इसके बावजूद रजिस्ट्री नहीं हो पा रही हैं।
तहसील में लागू इस व्यवस्था के तहत एक आवेदक को लंबी जद्दोजहद के बाद गत वीरवार को आखिरकार अप्वाइंटमेंट मिली। इसके तहत मोरमाजरा की रजिस्ट्री को लेकर अप्वाइंटमेंट ली गई थी, लेकिन निर्धारित अवधि में कागजात पूरे नहीं होने से रजिस्ट्री नहीं हो पाई। 50 दिन से अब तक तहसील में एक भी रजिस्ट्री नहीं हो सकी है। आलम यह है कि मूनक गांव का रिकॉर्ड ऑनलाइन अपडेट तक नहीं है। वहीं मूनक गांव की जमीन टाउन एंड कंट्री में होने के कारण भी ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट नहीं मिल पा रही हैं। मूनक गांव में एक एकड़ से कम जमीन की रजिस्ट्री कराने पर टाउन एंड कंट्री से एनओसी लेनी होगी।
ऐसे हालात में लोगों ने व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है। नायब तहसीलदार रमेश कुमार का कहना है कि सरकार की ओर से रजिस्ट्री प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जो लोग ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट लेकर आएंगे, उसकी रजिस्ट्री कर दी जाएगी। यह अप्वाइंटमेंट ऑनलाइन ही मिल रही है। इसे तय करने में स्थानीय प्रशासन का कोई हस्तक्षेप नहीं है।
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