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अधिकारियों और कर्मचारियों ने लघु सचिवालय में किया योग

राव सूर्यदेव ने कहा कि सर्वप्रथम योग भारत की धरती से ही प्रारंभ हुआ। आज पूरे विश्व ने योग के महत्व को मानकर इसे अपनाया है। शिविर में राव सूर्यदेव ने योग के सभी आसनों का अभ्यास कराने के साथ ही कपालभाति तथा अनुलोम-विलोम भी कराया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Jun 2019 07:19 PM (IST)Updated: Sat, 15 Jun 2019 06:38 AM (IST)
अधिकारियों और कर्मचारियों ने लघु सचिवालय में किया योग
अधिकारियों और कर्मचारियों ने लघु सचिवालय में किया योग

जागरण संवाददाता, करनाल : सेक्टर-12 स्थित लघु सचिवालय परिसर में आयोजित योग प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन शुक्रवार को अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने योग आसन का अभ्यास किया। प्रशासन की तरफ से तहसीलदार राजबक्श की उपस्थिति में समिति के जिलाध्यक्ष राव सूर्यदेव व शिक्षक केहर सिंह ने आसन व क्रियाओं का अभ्यास करवाया।

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राव सूर्यदेव ने कहा कि सर्वप्रथम योग भारत की धरती से ही प्रारंभ हुआ। आज पूरे विश्व ने योग के महत्व को मानकर इसे अपनाया है। शिविर में राव सूर्यदेव ने योग के सभी आसनों का अभ्यास कराने के साथ ही कपालभाति तथा अनुलोम-विलोम भी कराया।

उन्होंने कहा कि शरीर के 8 चक्र हैं, जिन पर सारा सिस्टम आधारित है। एलोपेथी, सिम्पटन पर आधारित पैथी है, जबकि शरीर चक्रों पर। योग करने से सारी कोशिकाएं जागृत होने के साथ पुनर्जीवित भी हो जाती हैं, एक तरह से नाड़ियों का शोधन होता है। योग शिक्षक केहर सिंह ने वक्र, मयूर, ताड़ासन, वक्ष, अर्धचक्र तथा पावस्थ आसन का अभ्यास करवाया। 16 से 18 जून तक ओपीएस विद्या मंदिर में योग किया जाएगा।


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