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करनाल में स्वाइन फ्लू के पॉजीटिव केसों की संख्या बढ़कर आठ हुई

स्वाइन फ्लू के केसों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। हाल ही में आई 11 सैंपलों की रिपोर्ट के बाद यह संख्या हुई है। अब तक

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Feb 2019 08:30 AM (IST)Updated: Sat, 23 Feb 2019 08:30 AM (IST)
करनाल में स्वाइन फ्लू के पॉजीटिव केसों की संख्या बढ़कर आठ हुई
करनाल में स्वाइन फ्लू के पॉजीटिव केसों की संख्या बढ़कर आठ हुई

करनाल में स्वाइन फ्लू के पॉजीटिव केसों की संख्या बढ़कर आठ हुई

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जागरण संवाददाता, करनाल : स्वाइन फ्लू के केसों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। हाल ही में आई 11 सैंपलों की रिपोर्ट के बाद यह संख्या हुई है। अब तक 89 संदिग्ध केस सामने आ चुके हैं, जिनकी जांच की जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने इन केसों में से ज्यादातर को कैटेगरी बी में रखकर उनका इलाज किया। अब तक जो आठ पॉजीटिव केस सामने आए हैं उनमें से पांच केस चंडीगढ़ स्थित सेक्टर-12 पीजीआइ से करनाल आए थे। इस बार मरीज की मौत स्वाइन फ्लू से पहले हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण मे है। दूसरी ओर डिप्टी सिविल सर्जन ने निर्देश दिए कि स्वाइन फ्लू को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही ना बरती जाए। कोई संदिग्ध मरीज है तो उसकी पूरी जांच की जाए। इसकी हमारे पास जरूर भेज दें।

स्वाइन फ्लू के यह हैं सात प्रमुख लक्षण

- तेज के साथ नाक बहना

- खांसी ओर गले में खराश

- सांस लेने में कठिनाई

- मांसपेशियों में दर्द होना

- थकान व सर्दी लगाना

- दस्त और उल्टी लगना

- थूक के साथ खून आना जिले में आठ सालों में यह रही है स्वाइन फ्लू की स्थिति

वर्ष संदिग्ध पॉजीटिव मौत

2010 87 08 03

2011 05 00 00

2012 05 00 00

2013 95 26 04

2014 00 00 00

2015 32 21 02

2016 00 01 01

2017 15 06 00

2018 03 00 00

2019 89 08 01

नोट यह आंकड़े स्वास्थ्य विभाग की ओर जारी किए हैं। वर्ष 2015 में 21 में से 12 केस दूसरे जिलों के आए जिसमें से एक की मौत हुई थी। स्वाइन फ्लू से सबसे ज्यादा प्रभावित यह श्रेणी होती है

- लंबी बीमारी से ग्रस्त लोग

- 65 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्ति

- 5 वर्ष से कम आयु के बच्चे

- गर्भवती महिलाएं क्या करें?

- हाथ मिलाने और गले मिलने की बजाय नमस्ते बोलें।

- खांसते तथा ¨छकते समय अपने मुंह व नाक को रूमाल से ढके।

- अपने नाक, कान अथवा मुंह को छूने से पहले अथवा बाद में अपने हाथों को साबुन एवं पानी से बार-बार धोएं।

- भीड़भाड़ वाली जगहों से दूर रहें और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में ना आएं।

- अच्छी नींद लें, शारीरिक रूप से सक्रिय रहें।

- पानी का अधिक सेवन करें और पौष्टिक आहार लें। वर्जन

फोटो---54 नंबर है।

चार निजी अस्पतालों से पहले से है टाइअप, स्वाइन फ्लू नियंत्रण में : डॉ. सरोज बाला

डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. सरोज बाला ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने अपने स्तर पर तो इंतजाम कर दिए हैं। इसके अलावा चार निजी अस्पतालों से भी टाइअप किया जा चुका है। हालांकि अभी तक ऐसी स्थिति नहीं आई है कि लोगों को दिक्कत हो, लेकिन स्वाइन फ्लू तेजी से फैला तो उससे निपटने के लिए इंतजाम किए हैं। अमृतधारा माइ अस्पताल, ज्ञानभूषण नर्सिंग होम, रामचंद मेमोरियल व अर्पणा अस्पताल में आपात स्थिति में मरीजों को दाखिल करने की व्यवस्था की है। स्वाइन फ्लू को लेकर स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।


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