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अब मनचलों पर नकेल कसेगा स्मार्ट कार्ड, परिजनों तक भी पहुंचेगी सूचना और रिकॉर्डिग

जागरण संवाददाता, करनाल महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध के मद्देनजर आरपीआइआइटी के छात्रों ने स्मार्ट कार्ड बनाया है। यह आइ-कार्ड की तरह है। किसी भी महिला या छात्रा से छेड़छाड़ करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाएगी। बस एक बटन दबाते ही छात्रा या महिला के परिजनों और पुलिस को अपराध की सूचना मिल जाएगी। इस स्मार्ट कार्ड में रिकॉर्डिंग की भी सुविधा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Oct 2018 01:56 AM (IST)Updated: Tue, 16 Oct 2018 01:56 AM (IST)
अब मनचलों पर नकेल कसेगा स्मार्ट कार्ड, परिजनों तक भी पहुंचेगी सूचना और रिकॉर्डिग
अब मनचलों पर नकेल कसेगा स्मार्ट कार्ड, परिजनों तक भी पहुंचेगी सूचना और रिकॉर्डिग

जागरण संवाददाता, करनाल

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महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध के मद्देनजर आरपीआइआइटी के छात्रों ने स्मार्ट कार्ड बनाया है। यह आइ-कार्ड की तरह है। किसी भी महिला या छात्रा से छेड़छाड़ करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाएगी। बस एक बटन दबाते ही छात्रा या महिला के परिजनों और पुलिस को अपराध की सूचना मिल जाएगी। इस स्मार्ट कार्ड में रिकॉर्डिंग की भी सुविधा है। सबसे पहले करनाल के लिए पुलिस प्रशासन के सहयोग से एक सिस्टम शुरू होने की उम्मीद है।

आरपीआइआइटी के रचनात्मक छात्रों के समूह में सम्मिलित टीम लीडर अरुणाभ प्रताप ¨सह और उनकी टीम (अनिरुद्ध साहा, विनीत चौहान, अमनदीप ¨सह, आयुष्मान शर्मा और सौरभ) ने एक स्मार्ट-कार्ड बनाया है। इस स्मार्ट-कार्ड के आने के बाद महिलाओं और छात्रों को डरने की कोई जरूरत नहीं है।

दो साल पहले किया था काम शुरू

अरुणाभ ने बताया कि टीम ने अपने आसपास हो रहे अपराधों के बाद ही तकनीक का इस्तेमाल इन अपराधों के खिलाफ करने का विचार किया। 2 साल पहले एक ऐसे स्मार्ट-कार्ड पर काम शुरू किया जो इन अपराधों के खिलाफ कारगर और सबसे बेहतरीन उपकरण है। स्मार्ट कार्ड में ये रहेंगे फीचर

अरुणाभ ने बताया कि आई-कार्ड कई वर्षों से प्रचलन में है और हर जगह इस्तेमाल होते हैं। इसलिए इन्हें ही स्मार्ट बनाने पर काम शुरू किया। नया स्मार्ट-कार्ड आइ-कार्ड की तरह ही इस्तेमाल होने के अलावा हर तरीके से आइ-कार्ड से बेहतर है। इसे स्मार्ट बनाने के लिए इसमें लोकेशन और वीडियो रिकॉर्डिंग के फीचर डाले हैं। ये स्मार्ट-कार्ड एक मोबाइल एप्लीकेशन के साथ काम करता है। ये स्कूल, कॉलेज, कार्य-स्थल और पब्लिक यातायात के साधनों में भी छेड़खानी नहीं होने देगा और अगर हुई तो छेड़खानी करने वाले बच नहीं पाएंगे। इंडोर और आउटडोर लोकेशन करेगा ट्रैक

ये इंडोर और आउटडोर लोकेशन ट्रैक कर सकता है। अगर कहीं भी कोई भी परेशान करता है तो बस आपको अपने स्मार्ट कार्ड पर मौजूद एक बटन को दबाना होगा। अगर आप स्कूल, कॉलेज या कार्य स्थल पर हैं तो वहां के गार्ड आपके पास पहुंच जाएंगे। अगर सिटी से बाहर हैं तो पुलिस ओर आपके घर वालों को आपके खतरे में होने की सूचना चली जाएगी। बिना पता चले हो जाएगी रिकॉर्डिग

सबसे खास बात यह है कि छात्राएं बिना किसी को पता चले छेड़खानी करने वालों की वीडियो रिकॉर्ड करके एप्लीकेशन की सहायता से बिना अपनी पहचान उजागर किए पुलिस मे शिकायत कर सकती है। आरपीआईआईटी के चेयरमैन ने बताया कि हमारे संस्थान हमेशा से ही सामाजिक और रचनात्मक कार्यों के लिए प्रतिबद्ध रहा है।


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