एसएमओ और एमओ विवाद में तीसरी जांच कमेटी गठित
जांच कर रही कमेटी ने लिखकर दिया, वे एसएमओ से जूनियर, नहीं कर सकते जांच सीएमओ ने अब
जांच कर रही कमेटी ने लिखकर दिया, वे एसएमओ से जूनियर, नहीं कर सकते जांच
सीएमओ ने अब नागरिक अस्पताल के सीनियर डॉ. संजीव ग्रोवर टनज्ञेश्र डॉ. एसपी ¨सघल को सौंपी जांच
एमओ डॉ. सुनीता भौरिया ने एसएमओ डॉ. कुलबीर पर लगाया था जातिसूचक शब्द प्रयोग करने का आरोप
घरौंडा थाने में दर्ज कराई थी शिकायत, स्वास्थ्य विभाग की ओर से गठित कमेटी भी कर रही जांच जागरण संवाददाता, करनाल
घरौंडा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एसएमओ और एमओ के बीच झगड़े की जांच सिरे नहीं चढ़ पाई है। इस मामले में अब तक तीन बार जांच बदली जा चुकी है। कुछ न कुछ कारण बताकर जांच कमेटी पीछे हट जाती है। ऐसे में जांच पूरी नहीं हो पा रही है। तीसरी बार जांच की कमान नागरिक अस्पताल के सीनियर डॉ. संजीव ग्रोवर और डॉ. एसपी ¨सघल को सौंपी है। कमेटी अगले सप्ताह इस पूरे मामले की रिपोर्ट सिविल सर्जन को देगी। एसएमओ और एमओ के झगड़े में सीएचसी के हालात बदतर होते जा रहे हैं। कोई भी डॉक्टर यहां पर ड्यूटी देने को तैयार नहीं है। जो डॉक्टर यहां पर तैनात थे वह डेपुटेशन कराकर दूसरी जगह चले गए। हालात को देखकर यहां पर कोई नया डॉक्टर ज्वाइन करने को राजी नहीं है। दो डॉक्टरों के झगड़े के कारण कस्बे की करीब 2.47 लाख की आबादी को परेशानी झेलनी पड़ रही है। ये तीन जांच कमेटी हो चुकी हैं गठित
1. डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. राजेंद्र कुमार की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की गई। इसमें जांच कमेटी के मेंबर होने के नाते जांच की। 16 अक्टूबर को एमओ पेश नहीं हुई। 18 अक्टूबर को भी वह नहीं आई। इसके बाद 26 अक्टूबर का समय रखा। इसमें भी वह हाजिर नहीं हुई। इसके बाद एमओ ने समझौता करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया। इसके बाद जांच कमेटी को बदल दिया गया। 2. डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. राजेश गौरिया, डॉ. नीलम वर्मा और डॉ. अंजू शर्मा को जांच कमेटी में शामिल किया गया, लेकिन कुछ दिन के अंदर ही जांच कमेटी ने यह लिखकर दिया कि डॉ. कुलबीर ¨सह सीनियर हैं वह अपने से सीनियर की जांच कैसे कर सकते हैं। इन कारणों का हवाला देकर जांच करने से मना कर दिया गया। 3. नागरिक अस्पताल के सीनियर डॉ. संजीव ग्रोवर और डॉ. एसपी ¨सघल के नेतृत्व में अब जांच कमेटी गठित की गई है। यह जांच कमेटी अगले हफ्ते इस पूरे मामले की जांच पड़ताल करने के बाद रिपोर्ट सिविल सर्जन को सौंपेगी।