रक्षाबंधन पर बसों में नहीं दिखी भीड़, ज्यादातर ने निजी वाहनों का किया प्रयोग
जागरण संवाददाता करनाल बरसों बाद ही ऐसा ही रक्षा बंधन देखने को मिला जब बसों में बहनों की भीड़ नहीं थी। ना ही बस स्टैंड व बाईपास पर ज्यादा दूसरे जिलों में जाने वाली बहनों की भीड़ थी। कुछ बहनें पुराने बस स्टैंड पर जरूर बस का इंतजार करती हुई दिखी लेकिन उनका गंतव्य करनाल जिले के अंदर ही था। दूसरी ओर कोरोना के मद्देनजर बसों की अतिरिक्त व्यवस्था के कारण अधिकारियों ने करीब 12 सवारियों पर ही बसों को चलाते रहे। इस बार बहनों का फ्री सफर नहीं होने के कारण भी भीड़ कम हुई है। दूसरा कारण कोरोना से बचाव के नियमों को लेकर भी कम ही लोग यात्रा के लिए आए। हालांकि रूटीन के दिनों की तुलना में सोमवार को बसों में सवार
जागरण संवाददाता, करनाल : बरसों बाद ऐसा रक्षाबंधन देखने को मिला जब बसों में बहनों की भीड़ नहीं थी। ना ही बस स्टैंड व बाईपास पर ज्यादा दूसरे जिलों में जाने वाली बहनों की भीड़ थी। कुछ बहनें पुराने बस स्टैंड पर जरूर बस का इंतजार करती हुई दिखी, लेकिन उनका गंतव्य करनाल जिले के अंदर ही था। दूसरी ओर कोरोना के मद्देनजर बसों की अतिरिक्त व्यवस्था के कारण अधिकारियों ने करीब 12 सवारियों पर ही बसों को चलाया। इस बार बहनों का फ्री सफर नहीं होने के कारण भी भीड़ कम हुई है। दूसरा कारण कोरोना से बचाव के नियमों को लेकर भी कम ही लोग यात्रा के लिए आए। हालांकि रूटीन के दिनों की तुलना में सोमवार को बसों में सवार होने वाले यात्रियों की संख्या अधिक देखी गई । इसके साथ ही पुराने बस स्टैंड से ही बसों को चलाया गया। सुबह छह बजे से शाम आठ बजे तक बसों का संचालन रहा। बसों में सवार होने वाले प्रत्येक यात्री का पता नोट किया गया और अधिकारियों की ड्यूटी भी बस स्टैंड पर लगाई गई। लेकिन निजी बस चालकों ने नियमों का पालन नहीं किया और ना ही यात्रियों के पते नोट किए।
करनाल रोडवेज की 66 और प्राइवेट 30 बसें चल रही हैं। रक्षा बंधन पर बसों की अतिरिक्त व्यवस्था की हुई है। इस बार बसों में फ्री यात्रा नहीं है। इस कारण पिछले साल जैसी रक्षा बंधन पर भीड़ कम रह सकती है। रविवार को करनाल से असंध, पानीपत, कैथल, यमुनानगर, गढीबीरबल, कुरुक्षेत्र-पिपली मार्ग पर ज्यादा बसें चलाई गई। लोगों ने निजी वाहनों का ज्यादा उपयोग किया। हालांकि दूरी ओर से करनाल से मूनक, गढीबीरबल, बडौली सहित देहात के कई रूट पर जाने के लिए सवारियां बसों का इंतजार करती रही। रोडवेज जीएम अजय गर्ग ने कहा कि रक्षा बंधन के दिन आम दिनों की तरह ही सवारियों की संख्या रही। हालांकि मंगलवार को सवारियों की संख्या ज्यादा हो सकती है। बसों को प्रतिदिन सैनिटाइज करवाया जा रहा है। यदि किसी बस में 30 से 35 सवारियां बैठी हैं, उस बस में नहीं बैठें। अगली बस का इंतजार करें।