नकली दूध, मावा व पनीर बनाने फार्मूला बेचता था एनडीआरआइ का टेक्नीशियन
राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान की प्रोडक्शन यूनिट में तैनात तकनीशियन सुरेंद्र सिंह नकली दूध मावा और पनीर बनाने का फार्मूला बेच रहा था।
जागरण संवाददाता, करनाल
राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान की प्रोडक्शन यूनिट में तैनात तकनीशियन सुरेंद्र सिंह नकली दूध, मावा और पनीर बनाने का फार्मूला बेच रहा था। सोशल मीडिया पर वीडियो होने पर संस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों ने आरोपित को सस्पेंड कर दिया है। आरोपित का दावा था कि उसके बनाए फार्मूले से तैयार नकली दूध न तो जांच में पकड़ा जा सकता है और न ही कोई वैज्ञानिक ऐसा दूध तैयार कर सकता है। सुरेंद्र सिंह को सस्पेंड किए जाने की पुष्टि प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रेस एंड मीडिया कॉर्डिनेटर डॉ. राजन शर्मा ने भी की है।
मेवात से केमिकल मंगवा, करनाल में देता था ट्रेनिग
वायरल वीडियो में टेक्नीशियन सुरेंद्र सिंह ने कुछ लोगों से नकली दूध, मावा व पनीर बनाने की ट्रेनिग की डील कर उनको मेवात के पुन्हाना के एक एजेंट रोहताश के पास भेजा। जहां उन लोगों ने केमिकल की डिमांड की। केमिकल को स्पीड पोस्ट के माध्यम से सुरेंद्र सिंह के पास भेजा। तीन दिन के बाद संबंधित लोगों ने सुरेंद्र से संपर्क किया, उसके बाद करनाल में एक जगह पर उनको ट्रेनिग देने के लिए ले जाया गया।
नकली दूध से निकाली गई क्रीम 400 रुपये प्रति किलो बिकती थी
सुरेंद्र सिंह ने ट्रेनिग के दौरान संबंधित लोगों को बताया कि शैंपू, दीवार पर पोतने वाले चूने और कास्टिक सोडा को मिलाकर तैयार किए गए 10 किलो दूध से जो क्रीम निकाली जाएगी वह मार्केट में 400 रुपये किलोग्राम तक बिकेगी। इसके बाद भी जो सप्रेटा दूध बचेगा उससे भी करीब दो किलो पनीर आसानी से निकाल सकते हैं।
इस एंगिल पर हो रही जांच
एनडीआरआइ की प्रोडक्शन यूनिट में टेक्नीशियन सुरेंद्र सिंह जब से तैनात था उसके संपर्क सूत्र क्या रहे हैं इसकी खोजबीन की जा रही है। संस्थान का कोई ओर भी स्टाफ सदस्य मामले में शामिल था या नहीं इसकी भी पूछताछ विभागीय स्तर पर शुरू हो गई है।
इस मामले में संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. राजन शर्मा ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद टेक्नीनिशन सुरेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है।