असंध रूट पर प्राइवेट बसों के चक्कर ज्यादा, रोडवेज को हो रहा घाटा
हरियाणा परिवहन कर्मचारी संघ ने करनाल से असंध रूप पर निजी बस संचालकों द्वारा आरटीए से मिलीभगत करके रोडवेज को नुकसान पहुंचाने के आरोप लगाए हैं। जिसे लेकर संघ का प्रतिनिधिमंडल प्रदेशाध्यक्ष आजाद सिंह मलिक के नेतृत्व में चंडीगढ़ में ओएसडी भूपेश्वर दयाल गौड़ से मिला। जहां उन्होंने 11 सूत्रीय मांगपत्र पर चर्चा की।
जागरण संवाददाता, करनाल: हरियाणा परिवहन कर्मचारी संघ ने करनाल से असंध रूप पर निजी बस संचालकों द्वारा आरटीए से मिलीभगत करके रोडवेज को नुकसान पहुंचाने के आरोप लगाए हैं। जिसे लेकर संघ का प्रतिनिधिमंडल प्रदेशाध्यक्ष आजाद सिंह मलिक के नेतृत्व में चंडीगढ़ में ओएसडी भूपेश्वर दयाल गौड़ से मिला। जहां उन्होंने 11 सूत्रीय मांगपत्र पर चर्चा की। ओएसडी ने नया टाइम टेबल जारी करने के निर्देश दिए हैं। प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ उपप्रधान रामनिवास शर्मा व प्रदेश सचिव महेंद्र गौड़ शामिल रहे।
प्रदेशाध्यक्ष आजाद सिंह मलिक ने बताया कि परिचालक का ग्रेड पे चालक के सामान किया जाए। 1992 से 2002 तक लगे चालक परिचालक को नियुक्ति तिथि से नियमित किया जाए, रोडवेज कर्मचारियों के लिए आवासीय कालोनी बनाने की प्रक्रिया तेज की जाए, परिवहन विभाग में मैकेनिक, चालक व परिचालक सही मायने में जोखिम भत्ते के हकदार है यह भत्ता जल्द लागू किया जाना चाहिए व रोडवेज के बेड़े में पांच हजार नई बसें और चार हजार नए चालक परिचालक भर्ती किए जाने की मांग की। सुबह की टाइमिग प्राइवेट बसों को देने से ज्यादा नुकसान
उपप्रधान रामनिवास शर्मा ने बताया कि प्राइवेट बसों ने सुबह साढ़े छह बजे तक काउंटर पर अपने टाइम ले लिए हैं। इससे रोडवेज को नुकसान हो रहा है। उन्होंने बताया कि हिसार के लिए रोडवेज बस भी सुबह 6 बजे चलती थी। जिसे साढ़े छह बजे करने से इस बस का असंध, जींद व हिसार के काउंटर का टाइम भी बिगड़ा है। वहीं पूरे दिन में असंध रूट के हमारे पास 62 में से 28 ही टाइम दिए गए हैं। जबकि ज्यादा टाइम की जरूरत है।