जनता और पुलिस के बीच सेतु बने मित्र कक्ष, चाहकर भी शिकायत दबा नहीं सकता कोई पुलिसकर्मी
नाकारात्मक व रूखे रवैये के चलते पुलिस व जनता के बीच बढ़ी खाई को पाटने के लिए मित्र कक्ष सेतु साबित हुए है। दो साल पहले ही शुरू किए गए ये मित्र कक्ष न केवल प्रदेश सरकार व जनता की उम्मीदों पर खरे उतरे है बल्कि लोगों को एक ही छत के नीचे 16 प्रकार की सुविधाएं मिलने से बड़ी राहत भी मिली है
सेवा सिंह, करनाल
नाकारात्मक व रूखे रवैये के चलते पुलिस व जनता के बीच बढ़ी खाई को पाटने के लिए मित्र कक्ष सेतु साबित हुए है। दो साल पहले ही शुरू किए गए ये मित्र कक्ष न केवल प्रदेश सरकार व जनता की उम्मीदों पर खरे उतरे है बल्कि लोगों को एक ही छत के नीचे 16 प्रकार की सुविधाएं मिलने से बड़ी राहत भी मिली है। इन मित्र कक्षों व पुलिस के प्रति बढ़ा भरोसा ही है कि अब तक जिला भर में 97860 लोगों ने इनका फायदा उठाया है। मित्र कक्ष बनने के बाद जहां यहां दी जाने वाली सभी 16 प्रकार की सुविधाएं ऑनलाइन की जा रही है तो वहीं चाहकर भी कोई पुलिस कर्मी किसी पीड़ित की शिकायत को दबा नहीं सकता। यहां तक कि अब पीड़ति के मोबाइल पर ही उसकी शिकायत से संबंधित कार्रवाई की पूरी जानकारी लगातार मिलने लगी है तो वहीं ये मित्र कक्ष विभाग के लिए आíथक सहारा भी बने है। दो साल के दौरान ही सरकार द्वारा तय की गई फीस के तौर पर जिला भर में स्थित मित्र कक्षों से 12 लाख 67 हजार 710 रुपये की आमदन हुई है।
27 नवंबर 2017 को सीएम ने किया था मित्र कक्ष का शुभारंभ
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान 27 नवंबर 2017 को सिविल लाइन थाना से मित्र कक्ष की शुरूआत की थी, जिसके साथ ही जिला भर में आठ मित्र कक्ष एसपी कार्यालय, सिविल लाइन थाना, सदर थाना, महिला थाना, इंद्री, घरौंडा, मधुबन व असंध पुलिस थाना परिसरों में स्थापित किए गए। सुबह नौ बजे से लेकर सायं छह बजे तक यहां किसी भी प्रकार की सुविधा के लिए आवेदन किया जा सकता है।
नवंबर 2017 से 2018 में मित्र कक्षों की स्थिति
कुल पंजीकरण---30806
वेरिफिकेशन----18476
कुल सेवाएं---49282
फीस ली गई---573810 रुपये
नवंबर 2018 से 2019 में मित्र कक्षों की स्थिति
कुल पंजीकरण---30238
वेरिफिकेशन----18340
कुल सेवाएं---48578
फीस ली गई---693900 रुपये
ये दी जा रही छह प्रकार की सिटीजन सेवाएं
- किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज करना
- साइबर कैपे के लिए आवेदन
- होटल रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन
- किसी भी प्रकार की संपत्ति गुम होने की शिकायत
- सामुदायिक लॉयजन ग्रुप
- राइट टू इंफोरमेशन
10 प्रकार की वेरिफिकेशन सर्विस
- चरित्र प्रमारण पत्र
- किराए के लिए मकान व अन्य संपत्ति
- घरेलू सहायता
- किसी भी प्रकार के कार्यक्रम
- निजी सुरक्षा कंपनी
- कर्मचारी वेरिफिकेशन
- प्रोशेसन आवेदन
- विरोध, हड़ताल
- पुलिस कलीरियेंस
किसी भी क्षेत्र से संबंधित किया जा सकता है आवेदन : राजपाल
जिला मित्र कक्ष इंचार्ज राजपाल का कहना है कि किसी भी मित्र कक्ष में किसी भी क्षेत्र से संबंधित दी जा रही सेवाओं के संबंध में आवेदन किया जा सकता है। यहां तक कि कोई पीड़ित मामला दर्ज करना चाहता है तो यहां भी शिकायत दी जा सकती है। यहां से आवेदन पंजीकरण करने के बाद संबंधित थानों में मामला भेज दिया जाता है तो वहीं आवेदनकर्ता के दिए गए मोबाइल पर समय-समय पर इससे संबंधित ब्यौरा भी अपडेट किया जाता है। इससे पीड़ति को कानूनी सहायता की उम्मीद बढ़ जाती है और पारदर्शिता के चलते कोई पुलिस कर्मी शिकायत को दबा भी नहीं सकता। लोगों को मित्र कक्षों का फायदा उठाना चाहिए।