शैक्षणिक टूर पर कनाडा में गई युवती गायब, सवालों के घेरे में आरोपित का स्कूल प्रमाणपत्र
टूर पर गए 43 विद्यार्थियों के दल में से गायब हुई नवनीत कौर के प्रमाणपत्र पर भी सवाल उठ रहे हैं। आरोप है कि उसने जिस स्कूल का प्रमाणपत्र लगाया वह फर्जी था।
जागरण संवाददाता, करनाल : टूर पर गए 43 विद्यार्थियों के दल में से गायब हुई नवनीत कौर के प्रमाणपत्र पर भी सवाल उठ रहे हैं। आरोप है कि उसने जिस स्कूल का प्रमाणपत्र लगाया वह फर्जी था। वहीं, स्कूल प्रबंधन का दावा है कि उन्होंने प्रमाणपत्र जारी नहीं किया। छात्रा एक साल पहले उनके स्कूल में 11वीं में दाखिला लेने तो आई थी, लेकिन पूरे कागजात न होने पर उसे दाखिला नहीं दिया गया।
इधर, टूर आयोजित कराने वाली कंपनी के प्रतिनिधि एवं शिकायतकर्ता प्रीतपाल सिंह पन्नू ने दावा किया है कि उसने इसी स्कूल का फर्जी प्रमाणपत्र अपने दस्तावेजों में लगाया है, जिसके आधार पर वह विद्यार्थियों के दल के साथ कनाडा पहुंची। अभी यह दल एक होटल में ठहरा हुआ था। 27 जून को ही युवती फायर एक्जिट के सहारे गायब हो गई। टूर को 29 जून को वापस यहां लौटना था। पन्नू ने बताया कि इस मामले में उसके माता-पिता व मामा सुरेंद्र की मिलीभगत है और यही कारण है कि उन्होंने आज तक नवनीत कौर के बारे में संपर्क तक नहीं किया और न ही पुलिस में ही कोई शिकायत दी है।
पासपोर्ट रद करने की अपील की जाएगी
प्रीतपाल पन्नू ने बताया कि उन्होंने एंबेसी में मामले की जानकारी दे दी है। पासपोर्ट कार्यालय में भी शिकायत दी जाएगी, ताकि पासपोर्ट रद कराया जा सके। उन्होंने बताया कि फिर से ऐसा मामला घटित न हो, इसके लिए वे आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए शनिवार को एसएचओ व एसपी से भी मिलेंगे।
अमेरिका कर चुका है करनाल के विद्यार्थियों को प्रतिबंधित
प्रीतपाल ने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष पहले भी करनाल के कुछ विद्यार्थियों ने अमेरिका जाकर ऐसा ही कदम उठाया था। इसके बाद अमेरिका ने करनाल को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया। अब कनाडा में विद्यार्थी भी ऐसी घटनाओं को अंजाम देने लगे है, जिसके चलते वहां पर भी करनाल को प्रतिबंधित किया जा सकता है। इससे पहले वे आरोपितों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कराएंगे, जिसके लिए मामला दर्ज करा दिया है। वहीं, सिटी एसएचओ का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी है।