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गन्ने की बकाया पेमेंट को लेकर अधिकारियों के साथ हुई बैठक बेनतीजा

भादसों शुगर मिल पर बकाया पेमेंट को लेकर तहसीलदार दर्पण कांबोज की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। इसमें किसानों ने कई फैसले लिए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Jul 2019 08:08 AM (IST)Updated: Tue, 09 Jul 2019 08:08 AM (IST)
गन्ने की बकाया पेमेंट को लेकर अधिकारियों के साथ हुई बैठक बेनतीजा
गन्ने की बकाया पेमेंट को लेकर अधिकारियों के साथ हुई बैठक बेनतीजा

संवाद सहयोगी, इंद्री : भादसों शुगर मिल पर बकाया पेमेंट को लेकर तहसीलदार दर्पण कांबोज की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। इसमें गन्ना संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामपाल चहल एवं कई किसान नेता व शुगर मिल अधिकारी कर्मसिंह ने मुख्य रूप से शिरकत की। किसान नेताओं ने गन्ने के बकाया 62 करोड़ रुपये जल्द देने की मांग की लेकिन अधिकारियों के आश्वासन पर किसानों को यकीन नहीं हुआ, जिससे बैठक बेनतीजा रही। बैठक के बाद किसान नेताओं ने 10 तारीख को शुगर मिल प्रांगण में किसान पंचायत बुलाने का एलान कर दिया।

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रामपाल चहल ने कहा कि शुगर मिल पर किसानों के गन्ने का 62 करोड़ रुपये बकाया है, मिल प्रशासन पैसे नहीं दे रहा है। सिर्फ आश्वासन मिल रहे हैं। भादसों मिल के अधीन इंद्री, नीलोखेड़ी, लाडवा व थानेसर आदि विधानसभा क्षेत्रों के 3900 किसान गन्ना डालते हैं और पिछले दिनों चारों हलकों के विधायकों को लेकर सीएम हाउस चंडीगढ़ में उनकी अध्यक्षता में किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल सीएम से मिला था। जिसमें राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज ने भी किसानों की पुरजोर आवाज उठाई थी। तब मुख्यमंत्री ने एक सप्ताह में पेमेंट मिलने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक पेमेंट नहीं मिली। किसान आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। डीजल, खाद, दवाइयां महंगे हो गए हैं। एक साल में गन्ने की फसल तैयार होती है और फसल को मिल में डाले को भी चार महीने हो गए। किसानों को अपनी फसल का पैसा अबतक नहीं मिला है। आगामी फसल पर खर्चा आ रहा है, किसान कहां से पैसे लाए? ऐसे हालातों में किसानों को साहुकारों के आगे हाथ पसारने पड़ रहे हैं और भारी ब्याज पर रकम उठानी पड़ रही है। किसानों की बात ना सरकार सुन रही और ना ही मिल मालिक। इसलिए किसानों ने 10 जुलाई को भादसों शुगर मिल प्रांगण में पंचायत बुलाने का निर्णय लिया है, उस पंचायत में किसानों के निर्णय अनुसार आगामी आंदोलन का बिगुल बजाया जाएगा।

शुगर मिल अधिकारी कर्मसिंह ने कहा कि चीनी के दाम कम होने की वजह से दिक्कत आई है और यह स्थिति पूरे देश में है, जहां-जहां शुगर मिल हैं।। भादसों शुगर मिल में 10 मार्च के बाद की पेमेंट है। हम लोग मेहनत करके जैसे लोन लेकर किसानों की पेमेंट कर रहे हैं। किसानों की पेमेंट जल्द करने के लिए हम लगे हैं और जल्द ही इस स्थिति को कवर भी कर लेंगे।


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