एक लाख पार, सीएम ने दिया सवा लाख से जीत का फार्मूला
करनाल विधानसभा में अपना चुनाव जनता के हवाले कर पूरे प्रदेश में प्रचार अभियान की बागडोर संभाले सीएम अपनी एक लाख से ज्यादा मतों से जीत के लिए आश्वस्त हैं।
अश्विनी शर्मा, करनाल
करनाल विधानसभा में अपना चुनाव जनता के हवाले कर पूरे प्रदेश में प्रचार अभियान की बागडोर संभाले सीएम अपनी एक लाख से ज्यादा मतों से जीत के लिए आश्वस्त हैं।
उन्होंने एक लाख पार जाने का गणित पूरी तरह सुलझाया और सवा लाख से जीत का फार्मूला भी निकाल लिया। उनके अनुसार ए स्कवायर प्लस बी स्कवायर, प्लस ए-बी बराबर सवा लाख। ए स्कवायर यानी पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे आजाद प्रत्याशी जयप्रकाश गुप्ता को मिले 18 हजार 712 वोट। वी स्कवायर यानी तीसरे नंबर पर रहे इनेलो प्रत्याशी मनोज वधवा को मिले 17 हजार 685 वोट। ए-बी प्लस का मतलब है, जो हाल-फिलहाल में भाजपा में शामिल हुए दूसरे दलों के नेता हैं।
जयप्रकाश गुप्ता पहले ही भाजपा में शामिल हो चुके हैं और शुक्रवार को मनोज वधवा भी सीएम की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए। वधवा ने करनाल के मेहता फार्म पर आयोजित जनसभा में सीएम के सामने भाजपा में आस्था जाहिर की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने यह फार्मूला दिया।
अब पिछले चुनाव की वोटों का गणित देखें तो सीएम मनोहर लाल 63 हजार 733 वोट से जीते थे और अब उनके साथ दूसरे नंबर पर रहे जयप्रकाश और तीसरे नंबर पर रहे मनोज वधवा भी आ गए है। इन सभी वोटों का कुल जोड़ एक लाख 170 वोट बनता है। ऐसे में एक लाख से मनोहर लाल की जीत का लक्ष्य आसानी से पार माना जा रहा है। हरियाणवी कहावत सुनाकर बताया कैसे जीत का अंतर होगा सवा लाख
सीएम ने जनसभा में कहा कि एक लाख का लक्ष्य तो पार हो रहा है। हरियाणा में कहावत है कि दो ब्याज की और दो लिहाज की। ऐसे में जीत का अंतर अब सवा लाख के करीब पहुंच सकता है। उनकी इस बात का जनसभा में मौजूद लोगों ने पूरा समर्थन किया। उन्होंने लोगों से अपील की कि मतदान के दिन इस जोश के साथ मतदान किया जाए कि मशीन से कमल-कमल की आवाज आने लगे। बढ़ती जा रही है सीएम की ताकत
करनाल विधानसभा से लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे वीरेंद्र शर्मा ने भी सीएम मनोहर लाल को समर्थन दे दिया है। करनाल लोकसभा से बसपा प्रत्याशी रहे पंकज चौधरी भी पार्टी में शामिल हुए। इन दोनों के आने से भी जीत का अंतर और बढ़ जाएगा। इसके साथ ही कांग्रेस नेता मराठा वीरेंद्र वर्मा ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। शुक्रवार को उन्होंने सीएम मनोहर लाल से मुलाकात भी की। ऐसे में सीएम की ताकत में लगातार इजाफा होता जा रहा है।