नववर्ष पर निकलेगी भगवान श्री जगन्नाथ रथयात्रा
जागरण संवाददाता, करनाल इस्कॉन प्रचार समिति करनाल के तत्तवाधान में पंजाबी बिरादरी भवन, सेक्ट
जागरण संवाददाता, करनाल
इस्कॉन प्रचार समिति करनाल के तत्तवाधान में पंजाबी बिरादरी भवन, सेक्टर-नौ, करनाल में श्रीमद्भागवद कथा में छठे दिन कथा करते हुए कथा व्यास गोपाल दास ने कहा कि श्रीकृष्ण भगवान ने अर्जुन को समझाया कि इन्सान को ध्यान यज्ञ, तप, दान यह चीजें कभी भी नहीं त्यागनी चाहिए। तब अर्जुन ने कहा कि यज्ञ भी कर सकता हूं। तप भी कर सकता हूं, दान भी कर सकता हूं, लेकिन ध्यान नहीं कर सकता, मैं वायु के वेग को रोक सकता हूं, सूर्य की रफ्तार को रोक सकता हूं, लेकिन मन को नहीं समझा सकता, मन की गति बहुत तेज है। मन बहुत चंचल है। इस को समझाना बहुत मुश्किल है। श्रीकृष्ण भगवान ने अर्जुन को कहा कि जो मुझे अनन्य भाव से मेरी पूजा करता है, सेवा करता है, भोग लगाता है उसे 33 करोड़ देवी-देवताओं की पूजा करने की जरूरत नहीं पड़ती। क्योंकि मैं जड़ हूं जो जड़ को पूजता है उसे फूल, पत्तियों, की पूजा करने की जरूरत नहीं पड़ती, जो सब कुछ मुझे समर्पित कर देता है जिस का मेरे प्रति अनन्य भाव है वह सीधा मेरे धाम में पहुंच जाता है। एक जनवरी 2019 को श्री भगवान रथयात्रा महोत्सव का आयोजन भव्य स्तर पर किया जा रहा है। इस रथ यात्रा में देश विदेश से अनेक इस्कॉन आचार्यों तथा भक्तों के आने की संभावना है। रथयात्रा दोपहर 3 बजे रामलीला ग्राउंड से शुरू होकर कमेटी चौक, कर्ण गेट कुंजपुरा रोड, सिविल अस्पताल चौक, कुटिया फ्लाइओवर, जिमखाना क्लब रोड से होती हुई सेक्टर-9 में कथा स्थल पर विशाल भंडारे के साथ रात्रि आठ बजे संपन्न होगी। आदिवराह दास, सतपाल गुप्ता, भारत मुंजाल, सुभाष गुरेजा, वाईएम मेहरा, चंद्र मोहन जुनेजा, अंकुश मग्गू, नीरज गुप्ता और ओएन मलिक मौजूद रहे।