आयुष्मान योजना में भारत की पहली लाभार्थी करिश्मा को सुविधाओं के लिए भटक रहे स्वजन
आयुष्मान योजना की भारत की पहली लाभार्थी करिश्मा के सभी कार्ड हुए निरस्त होने का मामला सामने आया है। स्वजन अब दोबारा कार्ड बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2018 को आयुष्मान भारत योजना लागू की थी। आयुष्मान योजना की पहली लाभार्थी बनने का सौभाग्य इंद्री के घिसरपुरी गांव के गरीब परिवार की कन्या करिश्मा को मिला।
संवाद सहयोगी, इंद्री : आयुष्मान योजना की भारत की पहली लाभार्थी करिश्मा के सभी कार्ड हुए निरस्त होने का मामला सामने आया है। स्वजन अब दोबारा कार्ड बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2018 को आयुष्मान भारत योजना लागू की थी। आयुष्मान योजना की पहली लाभार्थी बनने का सौभाग्य इंद्री के घिसरपुरी गांव के गरीब परिवार की कन्या करिश्मा को मिला। प्रधानमंत्री द्वारा इस योजना को लागू होने के कुछ ही समय बाद इस कन्या का जन्म हुआ और यह पहली आयुष्मान लाभार्थी घोषित की गई। प्रधानमंत्री द्वारा दिल्ली में एक आयोजित कार्यक्रम में इस कन्या के अभिभावकों को बुलाकर सम्मानित कर आयुष्मान कार्ड बनाने की घोषणा की गई। कुछ समय तो सब ठीक ठाक चला और उन्हें योजना के तहत कुछ लाभ भी मिले लेकिन मौजूदा समय में इस परिवार का आयुष्मान कार्ड रद हो गया और लड़की परिवार का बीपीएल से एपीएल के श्रेणी में राशनकार्ड बना दिया गया। करिश्मा के मामा प्रताप सिंह का कहना है कि पिछले एक साल से परिवार का बीपीएल कार्ड से एपीएल का बना दिया गया है। आयुष्मान योजना की सारी सुविधाएं भी समाप्त कर दी गई है। इसको लेकर विधायक व अन्य अधिकारियों को कई बार मिल चुके हैं लेकिन कोई भी हल नहीं निकल पाया है। इस संबंध में पूर्व मंत्री कर्णदेव कांबोज ने आश्वासन दिया है। करिश्मा के पिता अमित ने कहा कि बेटी पहली आयुष्मान भारत योजना की पहली लाभार्थी तो बनी लेकिन कुछ ही समय बाद हमें सभी सुविधाएं मिलनी बंद हो गई है। उन्होंने बेटी की पढ़ाई का खर्च के लिए सरकार से मांग की है। पूर्व मंत्री कर्णदेव कांबोज ने कहा कि करिश्मा के तीसरे जन्मदिन पर स्वजनों ने समस्या रखी है। सभी सुविधाएं दिलाने का भरसक प्रयास करेंगे। विधायक रामकुमार कश्यप का कहना है कि उनके संज्ञान में मामला आया है। वह पूरा प्रयास करेंगे कि करिश्मा को योजना का दोबारा लाभ मिल सके।