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    हत्या के मामले में मलखान नाथ को बना दिया चेतराम; दो साल सजा काटी, DNA मिलान के बाद आया बाहर

    Updated: Tue, 09 Dec 2025 11:30 PM (IST)

    करीब दो साल तक मलखान नाथ जेल में रहा और अब उसके माता पिता और बच्चों के साथ डीएनए का मिलान होने के बाद अदालत ने उसे डिस्चार्ज किया है। अब पूरे मामले को ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, करनाल। हरियाणा पुलिस का एक नया कारनाम सामने आया है। इसमें हत्या आरोपित को ही बदल दिया गया।सोनीपत जिला पुलिस ने महिला की हत्या मामले में करनाल के गांव ललयाणी के मलखान नाथ को चेतराम बना दिया और उसे जेल भी भेज दिया।

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    करीब दो साल तक मलखान नाथ जेल में रहा और अब उसके माता पिता और बच्चों के साथ डीएनए का मिलान होने के बाद अदालत ने उसे डिस्चार्ज किया है। अब पूरे मामले को लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।

    ललयाणी गांव के मलखान नाथ ने एसपी गंगाराम पूनिया को डीजीपी के नाम दी शिकायत में बताया कि गोहाना के पिनाना गांव निवासी चेतराम ने 1997 में गांव की ही महिला केला की हत्या की थी। इस मामले में वह गिरफ्तार हो चुका था और तीन साल तक कोर्ट में ट्रायल चलने के बाद उसे उम्र कैद की सजा मिली थी।

    इसके बाद सन 2000 में वह पेराल पर आ गया था, लेकिन वह जेल वापस नहीं गया। इस दौरान कोरोना काल में वह पिनाना गांव में देसी दवा बेचने गया था। वहां चेतराम की मां ने उसे धर्म का बेटा बना लिया। इसके बाद 11 दिसंबर 2023 में गोहाना सीआइए ने चेमराम समझकर उठा लिया और 20 दिसंबर को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया।

    इस दौरान पुलिस को उसने बताया कि वह चेतराम नहीं है, लेकिन पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी और उसे थर्ड डिग्री देकर उसके हाथ पांव तोड़ दिए। दो साल वह जेल में रहा।

    इसके बाद उसके वकील ने अदालत में डीएनए टेस्ट की मांग की तो खुलासा हुआ कि वह चेतराम नहीं है वह मलखान है। एसपी गंगा राम पूनिया ने आश्वासन दिया कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। मलखान थाना सात भाई हैं। उसके चार बच्चे हैं दो बेटे और बेटियां।

    दोषी पुलिस अधिकारियों पर हो कार्रवाई

    मलखान नाथ के वकील ने बताया कि इस पूरे मामले में पुलिस ने नियमों को ताक पर रख दिया और मनमर्जी से व्यक्ति को बदलकर उसे जेल भेज दिया। इस पूरे मामले में सिटी थाना सोनीपत, गन्नौर सीआइए के तत्कालीन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है