आंगनबाड़ी वर्कर ने जिला सचिवालय में किया प्रदर्शन, नारेबाजी
जागरण संवाददाता करनाल आंगनबाड़ी वर्करों एवं हेल्परों ने सोमवार को अपनी मांगों को लेक
जागरण संवाददाता, करनाल : आंगनबाड़ी वर्करों एवं हेल्परों ने सोमवार को अपनी मांगों को लेकर सीएम सिटी में प्रदर्शन किया। फव्वारा पार्क से प्रदर्शन करती हुई वर्कर जिला सचिवालय पहुंची और यहां डेरा डाल कर बैठ गई। सरकार व विभागीय अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। काफी देर बाद एडीसी से बातचीत के लिए आंगनवाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन के प्रतिनिधिमंडल को बुलाया गया। प्रदर्शन के दौरान सरकार को कोसते हुए राज्य महासचिव शकुंतला ने कहा कि सरकार आंगनवाड़ी वर्करों व हेल्परों से बिना मेहनताना दिए नए-नए काम करवाना चाहती है। वर्कर काम करने से कभी मना नहीं करती, लेकिन मेहनताना दिए बिना काम करवाने का पुरजोर विरोध कर रही हैं। इस दौरान एडीसी को 16 मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। सभा की अध्यक्षता जिला प्रधान रूपा राणा ने की व संचालन जिला सचिव बिजनेश राणा ने किया। प्रदर्शनकारी वर्करों को सर्वेश राणा, रूपा राणा, राकेश राणा, ओपी माटा, सरोज,रीना, मूर्ती, मंजू बवेजा, संगीता, जगमाल सिंह, भाग सिंह, सुशील गुज्जर, रोशन गुप्ता , जोगा सिंह, सुषमा, प्रमोद, सुनीता, ममता, ज्ञान देवी, रीटा, उमा शर्मा, संतोष, सर्वजीत, सुदेश व संतोष ने संबोधित किया।
प्रदर्शन के दो घंटे बाद मिले एडीसी
लगभग दो घंटे प्रदर्शन करने के बाद यूनियन का प्रतिनिधिमंडल एडीसी से मिला। प्रतिनिधिमंडल में राज्य महासचिव शकुंतला, रूपा राणा, बिजनेश राणा, मधु शर्मा, सर्वेश राणा, प्रमिला चौधरी, जगपाल राणा व सुशील गुर्जर शामिल रहे। एडीसी के अलावा पीओ करनाल व तीन सीडीपीओ वार्तालाप मे मौजूद रहीं। मीटिग में सहमति बनी कि जब तक वर्करों को एंड्रॉयड फोन, रिचार्ज के पैसे व ट्रेंनिग नहीं दी जाएगी तब तक पीओ व सीडीपीओ वर्करों पर पोषण ट्रेकर एप डाउनलोड करने का दबाव नहीं डालेंगी। सर्वे के लिए एक हजार रुपये अलग से प्रत्येक माह मेहनताना मिलेगा। वर्करों हेल्परों का मानदेय, किराया व पीएमएम वाई के पैसे का जल्द ही भुगतान किया जाएगा। सिलेंडर के बढ़े हुए पैसों का उच्च अधिकारियों से बातचीत करके समाधान करवाया जाएगा।
किसानों का मौन प्रदर्शन जारी
संवाद सहयोगी असंध : शहर के जींद चौक पर किसान आंदोलन के समर्थन में किसानों ने मौन प्रदर्शन लगातार जारी है। सोमवार को किसानों ने प्रदर्शन शुरू करने से पहले सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। प्रदर्शन की अध्यक्षता मग्गर सिंह ने की। उन्होंने कहा कि जब तक कानून वापसी नहीं हो जाते, तब तक उनका प्रदर्शन लगातर जारी रहेगा। किसान नेता मग्गर सिंह ने कहा कि अब गेहूं कटाई का सीजन शुरू हो चुका है। सरकार सोच रही है कि सीजन को लेकर किसान अपने घर चले जाएंगे। लेकिन वह सरकार को बताना चाहते हैं कि किसान आंदोलन किसी तरह से भी कम होने वाला नहीं है। दिल्ली में चल रहा आंदोलन अब और ज्यादा मजबूत होगा। फिर भी अगर सरकार ने किसी तरह से आंदोलन को तोड़ने की कोशिश की तो किसान उसका मुहंतोड़ जवाब देंगे। वह किसान आंदोलन में मजबूती के साथ खड़े हैं। वह सरकार से किसी भी तरह डरने वाले नहीं हैं। वहीं कुलवंत सिंह ने किसानों से ज्यादा से ज्यादा समर्थन की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि यह कानून वापस नहीं हुए तो देश के सामने अन्न का संकट पैदा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार हर चीज के निजीकरण पर उतारू है। इस दौरान रिकू, अर्जुन सिंह, तेजेंद्र, सुधीर ढुल, मग्गर सिंह, जगबीर, कुलवंत सिंह, शेर सिंह आदि मौजूद रहे।