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करनाल एक्सप्रेस टीम इंडिया में तेज गेंदबाजी की नई इबारत लिखने को तैयार

भारतीय क्रिकेट में तेज गेंदबाजी में नई सनसनी बनकर उभरे गेंदबाज नवदीप सैनी का कहना है कि भारतीय वनडे क्रिकेट टीम का सदस्य बनकर गौरवान्वित महसूस कर कर रहा हूं। सवा सौ करोड़ भारतीय की उम्मीदें अपनी टीम से जुड़ी रहती हैं। वह भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के भरोसे पर खरा उतरने के लिए वचबनद्ध हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Jul 2019 06:00 AM (IST)Updated: Mon, 22 Jul 2019 06:31 AM (IST)
करनाल एक्सप्रेस टीम इंडिया में तेज गेंदबाजी की नई इबारत लिखने को तैयार
करनाल एक्सप्रेस टीम इंडिया में तेज गेंदबाजी की नई इबारत लिखने को तैयार

जागरण संवाददाता, करनाल : भारतीय क्रिकेट में तेज गेंदबाजी में नई सनसनी बनकर उभरे गेंदबाज नवदीप सैनी का कहना है कि भारतीय वनडे क्रिकेट टीम का सदस्य बनकर गौरवान्वित महसूस कर कर रहा हूं। सवा सौ करोड़ भारतीय की उम्मीदें अपनी टीम से जुड़ी रहती हैं। वह भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के भरोसे पर खरा उतरने के लिए वचबनद्ध हैं। अब टीम का स्थायी सदस्य बने रहने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। उन्हें भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली का पूरा स्पोर्ट हमेशा मिलता रहा है। मेरी सफलता का श्रेय गौतम गंभीर को जाता है। उनकी वजह से ही वह लगातार कामयाबी की सीढि़यां चढ़े हैं। नवदीप सैनी आईपीएल में आरसीबी के तेज गेंदबाज हैं। पिछले सत्र में उनकी तेज गेंदबाजी की सराहना विश्व के बेहतरीन क्रिकेटरों ने की। विराट कोहली भी उनकी लगातार प्रशंसा करते रहे हैं। नवदीप सैनी का कहना है कि आईपीएल में उनकी टीम में विश्व के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर थे। उनकी संगत से बहुत लाभ मिला।

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पहली बार करनाल में नरवाल ने पहचानी प्रतिभा

दिल्ली रणजी टीम और आइपीएल में राजस्थान से खेल चुके करनाल के हरफनमौला खिलाड़ी सुमित नरवाल ने पहली बार नवदीप की प्रतिभा को पहचाना। कर्ण स्टेडियम में एक टूर्नामेंट में गेंदबाजी करते हुए सुमित ने इस खिलाड़ी को देखा। वह नवदीप की बोलिग का कायल हो गया। क्रिकेट के प्रति प्रेम के कारण सुमित इस खिलाड़ी को अपने साथ दिल्ली ले गया। यहां उसकी मुलाकात भारत के दिग्गज बल्लेबाज गौतम गंभीर से कराई। यहीं से उसका सफर शुरू हुआ। पिता अमरजीत सैनी बताते हैं कि उन्हें जरा भी आभास नहीं था कि उनका बेटा दिल्ली की ओर से रणजी ट्रॉफी खेलेगा। वर्ष 2013-14 में जब वह सुमित नरवाल के साथ दिल्ली जाने लगा तो उसकी मुलाकात गौतम गंभीर से हुई। उसे प्रैक्टिस कराने के लिए गेंदबाजी करने बुलाया जाता था। यह मौका वह कभी नहीं छोड़ता था। प्रैक्टिस के दौरान नवदीप की गेंदों की धार को गंभीर पहचान चुके थे। बिशन सिंह बेदी ने रणजी टीम में नवदीप के चयन पर उठाया था सवाल

दिल्ली की रणजी टीम में नवदीप सैनी के चयन पर दिग्गज स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने एतराज जाहिर किया था। लेकिन उनके चयन पर गौतम गंभीर अपनी बात पर अडिग थे कि वह कप्तान के नाते इस गेंदबाज को अपनी टीम में लेना चाहते हैं। आखिरकार कप्तान की चली और नवदीप भरोसे पर खरे उतरे। नवदीप सिंह सैनी बल्लेबाज गौतम गंभीर के साथ। (फाइल फोटो) ब्रेट ली व मिशेल जानसन के एक्शन और स्पीड से प्रभावित

चर्चा में है तरावड़ी

नवदीप का परिवार तरावड़ी में रहता है। घर वाले प्यार से नवी कहकर बुलाते हैं। पिता अमरजीत सैनी महिला एवं बाल विकास विभाग में चालक के पद से सेवानिवृत्त हैं। मां गुरमीत कौर गृहिणी हैं। बड़ा भाई मनदीप सैनी अमेरिका के ग्लासगो शहर में रहता है। दादा कर्म सिंह सैनी आजाद हिद फौज की ओर से देश की आजादी की लड़ाई लड़ चुके हैं। उनकी उम्र 94 साल है। दादा से स्वतंत्रता संग्राम के किस्से सुनकर बड़ा हुआ नवदीप विषम से विषम परिस्थितियों से भी पार निकलना जानता है। कर्म सिंह आजाद हिद फौज में पांच साल एक महीना रहे। आजाद भारत में उन्हें भारतीय सेना में चालक की नौकरी मिली। कर्म सिंह ने अपनी सैन्य सेवा के दौरान 1962, 1965 और 1971 की लड़ाइयां भी लड़ी। 23 नवंबर 1992 को जन्मे नवदीप सिंह की प्राथमिक शिक्षा तरावड़ी के ही गीता विद्या मंदिर विद्यालय में हुई। 11 व 12वीं कस्बे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से पास की। ग्रेजुएशन के लिए करनाल के दयाल सिंह कॉलेज में दाखिला लिया। सेकेंड ईयर में ऐसी परिस्थितियां बन गई कि एक रास्ता ग्रेजुएशन की ओर जा रहा था और दूसरा दिल्ली में क्रिकेट की ओर। उसने ग्रेजुएशन की बजाए क्रिकेट की ओर रुख किया।


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