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अंतरराष्ट्रीय पहलवान अखाड़े में भी चैंपियन रहीं और चुनाव के मैदान में भी

लोकसभा चुनाव में भले ही उम्मीद के मुताबिक मतदाता घरों से बाहर नहीं निकले हों लेकिन कुछ नामचीन अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान और अंतरराष्ट्रीय कुश्ती कोच ने विकट परिस्थिति के बावजूद लोकतंत्र के महापर्व में आहुति डाली।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 May 2019 08:21 AM (IST)Updated: Mon, 13 May 2019 08:21 AM (IST)
अंतरराष्ट्रीय पहलवान अखाड़े में भी चैंपियन रहीं और चुनाव के मैदान में भी
अंतरराष्ट्रीय पहलवान अखाड़े में भी चैंपियन रहीं और चुनाव के मैदान में भी

विजय गाहल्याण, पानीपत

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लोकसभा चुनाव में भले ही उम्मीद के मुताबिक मतदाता घरों से बाहर नहीं निकले हों, लेकिन कुछ नामचीन अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान और अंतरराष्ट्रीय कुश्ती कोच ने विकट परिस्थिति के बावजूद लोकतंत्र के महापर्व में आहुति डाली। ये पहलवान अखाड़े में चैंपियन तो हैं कि अब मतदान के मैदान में भी इन्होंने बाजी मारी। कुश्ती खेल में भीम अवार्डी नांगल खेड़ी गांव की बहू सुमन कुंडू हरियाणा पुलिस की सब इंस्पेक्टर हैं। वे पैतृक गांव जींद के कालवा में मतदान करने पहुंची। इसी तरह से हृदय घात से जूझ रहे मॉडल टाउन निवासी पूर्व अंतरराष्ट्रीय कुश्ती कोच प्रेम सिंह आंतिल का दिल्ली में इलाज चल रहा है। वे मतदान के लिए दिल्ली से मॉडल टाउन स्थित बाल विकास स्कूल पहुंचे। कुश्ती में अर्जुन अवार्डी इंस्पेक्टर नेहा राठी महिला थाने की प्रभारी हैं। उन्होंने ड्यूटी देने के साथ-साथ एसडी पीजी कॉलेज में मतदान किया।

बेटे को पति के पास छोड़कर किया मतदान

अंतरराष्ट्रीय पहलवान सुमन कुंडू ने बताया कि उनका मत गांव कालवा में है। उन्हें मतदान जरूर करना था। इसलिए सवा दो साल के बेटे राजबीर को पति परमजीत के पास छोड़ा और मतदान करने के लिए गई। इसको लेकर सुबह कुश्ती की अभ्यास तो छूटा ही बेटे को संभालने में पति को भी दिक्कत हुई। वह मतदान नहीं कर पाती तो उसे भी टीस रहती।

बेटे के रोकने के बावजूद भी डाला मत

पूर्व अंतरराष्ट्रीय कुश्ती कोच 73 वर्षीय प्रेम सिंह आंतिल ने बताया कि उनका दिल्ली में हृदयघात का इलाज चल रहा है। वह दिल्ली में मंझले बेटे सब इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह के पास रहते हैं। उन्हें मतदान करना था। बेटे ने मना कर दिया कि इलाज चल रहा है। शरीर को आराम की जरूरत है। मतदान के लिए पानीपत न जाएं। उन्होंने बेटे की बात नहीं मानी। मतदान किया। वह कभी भी मतदान से नहीं चूकते हैं।

पहली बार पानीपत में मतदान किया

महिला थाने की प्रभारी नेहा राठी ने बताया कि उनकी ड्यूटी चुनाव में लगी थी। उसे चिता थी कि कहीं विवाद हो गया तो उसे मौके पर जाना पड़ेगा और ड्यूटी के दौरान मतदान नहीं कर पाएगी। उसे पहली बार पानीपत में चुनाव में मतदान करने का मौका मिला। वह मूल रूप से दिल्ली के बवाना से है। पहले वह वहीं पर मतदान करती थीं।

नीरज को है मतदान न करने की टीस

अर्जुन अवार्डी जेवलिन थ्रोअर खंदरा गांव के नीरज चोपड़ा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर युवाओं को देशभर के मतदाताओं को मतदान करने के लिए जागरूक करने का आह्वान किया था। नीरज ने भी अपने दोस्तों, परिवार और देश के समस्त मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित किया। नीरज ने बताया कि मुंबई में उनकी कोहनी का इलाज चल रहा है। इसी वजह से वह मत नहीं बनवा पाया और न ही मतदान कर पाया। इसकी उसे टीस है।

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