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10 लाख क्विंटल गेहूं की हुई आवक, मार्केट फीस के तौर पर सरकारी खजाने में जमा हुए एक करोड़ 50 लाख रुपये

फोटो 22 संवाद सहयोगी घरौंडा गेहूं का सीजन समाप्ति की ओर है। चालू सीजन के दौरान 9 लाख 99 हजार 155 तक क्विटल गेहूं की आवक हो चुकी है। इसके साथ ही सरकार के खाते में एक करोड़ 56 लाख 65 हजार 275 रुपए की मार्केट फीस भी जमा हुई है जोकि 25 मई तक सीजन के 35 दिनों का आंकड़ा है। जबकि पिछले वर्ष 25 मई तक गेहूं का सीजन समाप्त हो चुका था। पिछले वर्ष 55 दिनों के सीजन के दौरान मंडी में कुल 13 लाख 50 हजार

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 07:33 PM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 06:14 AM (IST)
10 लाख क्विंटल गेहूं की हुई आवक, मार्केट फीस के तौर पर सरकारी खजाने में जमा हुए एक करोड़ 50 लाख रुपये
10 लाख क्विंटल गेहूं की हुई आवक, मार्केट फीस के तौर पर सरकारी खजाने में जमा हुए एक करोड़ 50 लाख रुपये

संवाद सहयोगी, घरौंडा : गेहूं का सीजन समाप्ति की ओर है। चालू सीजन के दौरान 9 लाख 99 हजार 155 तक क्विटल गेहूं की आवक हो चुकी है। इसके साथ ही सरकार के खाते में एक करोड़ 56 लाख 65 हजार 275 रुपए की मार्केट फीस भी जमा हुई है, जो 25 मई तक सीजन के 35 दिनों का आंकड़ा है। जबकि पिछले वर्ष 25 मई तक गेहूं का सीजन समाप्त हो चुका था। पिछले वर्ष 55 दिनों के सीजन के दौरान मंडी में कुल 13 लाख 50 हजार 840 क्विटल गेहूं की आवक हुई थी, जबकि 2 करोड़, 57 लाख 65 हजार 779 रुपए की मार्किट फीस एकत्रित हुई थी। मौजूदा सीजन और पिछले सीजन की आवक में 20 दिन का अंतर है। क्षेत्र के किसानों की गेहूं की आवक लगभग आ चुकी है और यूपी की गेहूं की आवक भी मंडियों में शुरू हो गई है। जब गेहूं का सीजन पीक पर था, तब यूपी के किसानों की गेहूं हरियाणा की मंडियों में बैन थी। सीजन समाप्ति की ओर है और अब यूपी के किसानों को हरी झंडी मिली है। पिछले साल के सीजन के मुकाबले इन 35 दिनों के सीजन में साढ़े तीन लाख से ज्यादा आवक कम है। इस वर्ष के 55 दिनों के सीजन में मार्केट कमेटी आवक के इस अंतर को नहीं भर पाती है तो मार्किट फीस का एक बड़ा झटका सरकार को लग सकता है।

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इस बार कम रही गेहूं की आवक

पिछले वर्ष एक अप्रैल को गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हुई और 25 मई तक चली। इस वर्ष 20 अप्रैल को सीजन शुरू हुआ। इस वर्ष ने 9 लाख 99 हजार 155 क्विटल गेहूं की खरीद की। जिसमें हैफेड ने 3 लाख 53 हजार 481 क्विटल, डीएफएससी ने 5 लाख 23 हजार 764 क्विटल, एचडब्ल्यूसी ने एक लाख 17 हजार 157 क्विटल तथा एफसीआई ने चार हजार 753 क्विटल गेहूं की खरीद की। एफसीआई की खरीद का यह आंकड़ा 4753 क्विटल पर ही अटक कर रह गया, चूंकि सरकार ने एफसीआई को हटाकर वेयर हाउस एजेंसी को नियुक्त कर दिया था। 35 दिनों के सीजन में गेहूं की आवक में कमी के पीछे कोरोना महामारी के चलते बने हालात, गेहूं की पैदावार में कमी, फसल पर बारिश की मार मानी जा रही है।

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व्यवस्था रही प्रभावित : चंद्रप्रकाश

मार्केट कमेटी सचिव चंद्रप्रकाश ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वजह से मंडी में व्यवस्था प्रभावित हुई। सीजन 20 दिन की देरी से शुरू हुआ था। पिछले वर्ष 55 दिन का सीजन था। अबकी बार सीजन को महज 35 दिन ही हुए हैं। अभी सीजन चालू है और मंडी में दो से चार हजार क्विटल गेहूं प्रतिदिन मंडी में आ रही है। यूपी की गेहूं भी मंडी में आनी शुरू हो गई है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पिछले साल का आंकड़ा छुआ जा सकता है।


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