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स्तंग फीडर में दिन के उजाले में अवैध खनन

जागरण संवाददाता, करनाल : स्तंग फीडर में दिन के उजाले में अवैध खनन जारी है। खनन माफिया नहीं बल्कि पीड

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Jun 2018 06:00 AM (IST)Updated: Tue, 26 Jun 2018 06:00 AM (IST)
स्तंग फीडर में दिन के उजाले में अवैध खनन
स्तंग फीडर में दिन के उजाले में अवैध खनन

जागरण संवाददाता, करनाल : स्तंग फीडर में दिन के उजाले में अवैध खनन जारी है। खनन माफिया नहीं बल्कि पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार ने नियम ताक पर रख दिए हैं। जागरण की टीम मौके पर पहुंची तो पीडब्ल्यूडी के जेई की मौजूदगी में स्तांग फीडर से मिट्टी के डंपर भरे जा रहे थे। इसे करनाल-इंद्री रोड को फोरलेन बनाने में इस्तेमाल किया जा रहा है। मामला गर्माया तो जवाब देने के बजाय जेई मौके से खिसक गए।

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ठेकेदार ने कहा कि एक्सईएन वाईएम मेहरा ने यहां से मिट्टी उठाने के लिए कहा था, जबकि पश्चिमी यमुना नहर से निकला यह फीडर और इसकी मिट्टी ¨सचाई विभाग की प्रॉपर्टी है। दबाव बढ़ा तो नहरी विभाग के एक्सईएन ने कहा कि ठेकेदार ने मिट्टी के एक-दो डंपर चुरा लिए होंगे। हकीकत यह है कि इंद्री स्थित इस फीडर से लाखों रुपये की मिट्टी निकाली जा चुकी है। जागरण ने मामले की तह तक जाने का प्रयास किया तो सभी एक-दूसरे के पाले में गेंद फेंकने लगे।

लाखों की मिट्टी का पैसा किसकी जेब में

स्तंग फीडर से चार दिनों में मिट्टी के सैकड़ों डंपर निकाले जा चुके हैं। एडवोकेट अभिषेक तंवर ने कहा कि यह सीधे तौर पर विभाग से धोखाधड़ी है। नहरी विभाग के साथ ही खनन विभाग को इस पर तुरंत एक्शन लेना चाहिए था, लेकिन वह इसे दबाने के मूड में है।

जवाब देने के बजाय मौके से निकले जेई

स्तंग फीडर की खोदाई के समय मौके पर पीडब्ल्यूडी के जेई शमशेर ¨सह भी मौजूद थे। जब पूछा गया कि इस फीडर से मिट्टी उठाने की अनुमति किसने दी तो उनके पास कोई जवाब नहीं था। मामला बढ़ता देख वह मौके से निकल गए।

हर किसी के बयान अलग, यानि कहीं कुछ तो जरूर है..

हमें तो एक्सईएन ने बोला था : ठेकेदार

करनाल इंद्री रोड को फोरलेन बनाने का ठेका रौनक कंस्ट्रक्शन कंपनी के पास है। करीब 39 करोड़ के प्रोजेक्ट में बड़ी मात्रा में मिट्टी चाहिए। ठेकेदार अमरजीत ¨सह ने कहा कि पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन वाईएम मेहरा के कहने पर स्तंग फीडर से मिट्टी उठाई जा रही है। इससे ज्यादा उन्हें जानकारी नहीं है।

पीडब्ल्यूडी का इस मिट्टी से कोई वास्ता नहीं : एक्सईएन

पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन वाईएम मेहरा का कहना है कि हमारे विभाग का इस मिट्टी से कोई वास्ता नहीं है। यह तो ठेकेदार और ¨सचाई विभाग का मामला है। मैं इस मिट्टी को उठाने के लिए क्यों कहूंगा।

आपकी जरूरत क्या है : एसडीओ

¨सचाई विभाग के एसडीओ करनैल ¨सह ने कहा कि आप बताएं कि आपकी जरूरत क्या है। यह मिट्टी तो ¨सचाई विभाग की है। स्तंग फीडर की सफाई के लिए ऑनलाइन नीलामी हो चुकी है। अब यह मिट्टी और रेत ठेकेदार अंकित की है।

ठेकेदार ने मिट्टी चोरी कर ली होगी : संजीव

¨सचाई विभाग के एक्सईएन संजीव कुमार ने कहा कि सड़क बना रहे ठेकेदार ने मिट्टी के एक-दो डंपर चोरी कर लिए होंगे। यह मिट्टी ¨सचाई विभाग की है। इसे उठाने की अनुमति पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन नहीं दे सकते।

पहले परमिशन तो लेनी थी : माधवी गुप्ता

खनन विभाग की अधिकारी माधवी गुप्ता का कहना है कि स्तंग फीडर की खोदाई के लिए उनके विभाग से कोई परमिशन नहीं ली गई है। सफाई की ऑक्शन के लिए भी परमिशन लेनी चाहिए थी। मामले की जांच करेंगे।


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