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श्रीमदभागवत कथा के अर्थ को जानना जरूरी : चित्रलेखा

जागरण संवाददाता, करनाल श्री कर्णेश्वरम मंदिर में श्री कर्णेश्वर भागवत समिति की ओर से श्रीमद्

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Nov 2018 06:11 PM (IST)Updated: Wed, 21 Nov 2018 06:11 PM (IST)
श्रीमदभागवत कथा के अर्थ को जानना जरूरी : चित्रलेखा
श्रीमदभागवत कथा के अर्थ को जानना जरूरी : चित्रलेखा

जागरण संवाददाता, करनाल

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श्री कर्णेश्वरम मंदिर में श्री कर्णेश्वर भागवत समिति की ओर से श्रीमद्भागवत कथा भक्ति ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया। पांचवे दिन की कथा में भागवत कथा महापुराण विश्व विख्यात भगवताचार्य कथा व्यास देवी चित्रलेखा ने कहा कि जिस दिन मनुष्य को यह पता चल जाएगा कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने का असली अर्थ क्या हैं और इस धार्मिक ग्रंथ को सुनने से क्या फल मिलता है उस दिन मनुष्य का जीवन ही धन्य हो जाएगा। भागवत गीता में इस बात का भी साफ शब्दों में वर्णन आता हैं कि जिन परिवारों में बुजुर्गो तथा माता-पिता की सेवा की जाती हैं उन परिवारों पर भगवान की कृपा दृष्टि हमेशा बनी रहती है। इसलिए मनुष्य को हर समय अपने मन में ¨चतन करते रहना चाहिए कि वह इस संसार में किस लिए आया हैं। जहां पर भगवान मनुष्य को पैसा देने के बाद संतुष्टि दे देते हैं तो वहां से मनुष्य की अमीरी शुरू हो जाती है। केवल पैसा हो जाने से ही मनुष्य अमीर नहीं बनता। मनुष्य अपने विचारों और कर्मो से ही अमीर बनता है। आज की कथा मे श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन, गोवर्धन लीला और गिरीराज भगवान को 56 भोग के प्रसाद का भोग लगाया। कथा के पांचवें दिन भी श्रद्धालुओं ने भंडारा प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर कथा मे प्रधान नरेश गुप्ता, बीडी ओवरसीज के प्रवीण गर्ग, पुनीत मित्तल, नर¨सह गोयल, हरविलास गुप्ता, पंकज गर्ग, पवन गुप्ता, विपिन बंसल, मनोज गर्ग, अजय गुप्ता और संजय गुप्ता मौजूद रहे।


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