कैसे स्मार्ट बनेगा हमारा शहर, कचरा निस्तारण को लेकर हो रही जद्दोजहद
शहर को स्मार्ट बनाने के लिए रोजाना योजना बन रही है लेकिन स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सबसे पहले शहर में कूड़े-कचरे का सही निस्तारण होना चाहिए। वह सही तरीके से नहीं हो रहा है। शहर से रोजाना निकलने वाले करीब 120 टन कचरे का निस्तारण यदि सही निस्तारण किया जाता तो जगह-जगह पर लगे गंदगी ढेर नहीं दिखाई देते। यह कूड़े के ढेर अधिकारियों के दावों की पोल खोल रहे हैं। खासकर सेक्टर-16 क्षेत्र की हालात बहुत खराब हैं।
जागरण संवाददाता, करनाल : शहर को स्मार्ट बनाने के लिए रोजाना योजना बन रही है लेकिन स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सबसे पहले शहर में कूड़े-कचरे का सही निस्तारण होना चाहिए। वह सही तरीके से नहीं हो रहा है। शहर से रोजाना निकलने वाले करीब 120 टन कचरे का निस्तारण यदि सही निस्तारण किया जाता तो जगह-जगह पर लगे गंदगी ढेर नहीं दिखाई देते। यह कूड़े के ढेर अधिकारियों के दावों की पोल खोल रहे हैं। खासकर सेक्टर-16 क्षेत्र की हालात बहुत खराब हैं।
स्थानीय निवासी सुरेश कुमार ने बताया कि शिकायत करने के बाद भी नगर निगम अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी, ऐसे में यह पता लग जाता है कि स्मार्ट सिटी को लेकर हम किस पायदान पर खड़े हैं। शिकायतों के फीडबैक के क्या रिस्पोंस हैं, वह भी देखा जाना चाहिए। स्थानीय लोगों ने कहा कि यदि उनकी समस्या का निस्तारण नहीं होता है तो वह सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
नहीं बनाया गया डं¨पग प्लेस
सेक्टर-16 में नियमित कचरे का उठान नहीं होने से लोगों के घरों में कचरा जमा हो जाता है। ऐसे में लोगों के पास यह भी सुविधा उपलब्ध नहीं है कि वह कचरे को किसी डं¨पग प्लेस पर डाल दें और वहां से निगम का वाहन कचरे को उठा ले। लोगों ने मांग की है कि यहां पर डं¨पग प्लेस बनाया जाना चाहिए।
मनमर्जी से करते कूड़े का उठान
इधर कुंजपुरा रोड स्थित कृष्णा कालोनी के लोगों ने भी कहा कि ठेकेदार अपनी मनमर्जी से कचरे का उठान करते हैं। डोर-टू डोर कचरा उठान का जो दावा किया गया था उस पर निगम कहीं पर भी खरा नहीं उतर पा रहा है। कृष्णा कालोनी के लोगों ने कहा कि अधिकारी कचरे के निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।