अनिल विज के आदेशों के बाद बढ़ी न्याय के लिए पीड़ितों की उम्मीदें
प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज के पुलिस अधिकारियों को दिए गए आदेशों के बाद अब पीड़ितों में भी न्याय की उम्मीद बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, करनाल : प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज के पुलिस अधिकारियों को दिए गए आदेशों के बाद अब पीड़ितों में भी न्याय की उम्मीद बढ़ गई है। कई-कई माह तक भटकने को मजबूर रहे लोग अब नए आदेशों के चलते एसपी को गुहार लगाने पहुंचने लगे है तो एसपी भी उनकी शिकायतें गंभीरता से लेते हुए निपटाने में जुटे है। ऐसा ही नजारा बुधवार को लोगों की शिकायतें सुनने के दौरान दिखाई दिया। एसपी ने तय किए गए समय के अनुसार लोगों की शिकायतें सुनी। बता दें कि गृह मंत्री बनने के बाद अनिल विज ने मंगलवार को ही आदेश दिए है कि एसपी या इससे ऊपरी स्तर के अधिकारी हर रोज सुबह 11 से 12 बजे तक लोगों की शिकायतें सुनकर उनका समाधान करने के लिए खुला दरबार लगाएंगे। यहीं नहीं उन्होंने हर दूसरे दिन एक थाने का औचक निरीक्षण करने के भी आदेश दिए है। नए आदेशों के चलते पहले ही दिन एसपी कार्यालय पर करीब 100 लोग पहुंचे, जिनमें से अधिकतर शिकायतों को निपटाने व पीड़ितों को संतुष्ट करने का प्रयास किया गया तो कई पर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए। वहीं बता दें कि एसपी पहले भी अक्सर तीन से चार घंटे तक लोगों की शिकायतें सुनते रहते है, जिसके लिए समय भी निर्धारित किया हुआ है। एसपी एसएस भौरिया का कहना है कि उनका पहले से ही भरसक प्रयास रहता है कि पीड़ित को न्याय दिलाया जा सके। वे हर रोज लोगों की शिकायतें सुनते है तो समाधान के प्रयास भी किए जाते है। बॉक्स
पांच करोड़ 48 लाख के चैक बाउंस, आठ माह से मामला भी दर्ज नहीं हो पाया : संजीव
गांव उचाना से आए पीड़ित संजीव कुमार ने बताया कि उसने तीन एकड़ तीन कनाल व छह मरले जमीन बेची थी। खरीददार ने उसे ब्याने के अलावा करीब पांच करोड़ 48 लाख रुपये के चैक दिए थे, जो बाउंस हो गए। इसके बाद जब खरीददार ने उसे संतोषजनक जवाब नहीं दिया तो वह पुलिस के पास पहुंचा। आठ माह पहले इस संबंध में आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर शिकायत दी, लेकिन आज तक पुलिस ने मामला भी दर्ज नहीं किया। अब उसे उम्मीद हुई है कि उसे न्याय मिल पाएगा। बॉक्स
बेटी को न्याय दिलाने के लिए चार माह से भटक रहे
शहर वासी एक पीड़ित ने बताया कि उसकी भतीजी ने शहर के ही एक युवक से लव मैरिज की थी, लेकिन कुछ दिनों बाद ही उसके साथ मारपीट की जाने लगी। मारपीट से परेशान होकर वह उनके पास रहने को मजबूर हो रही है। उसे अभी तीन माह की बेटी है। उन्होंने आरोपितों के खिलाफ जून माह में शिकायत दी थी, लेकिन आज तक भी पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है। अब गृह मंत्री अनिल विज द्वारा नए आदेश दिए जाने के बाद उन्हें भी उम्मीद बढ़ी है कि बेटी को न्याय मिल पाएगा। पीड़ित बेटी ने उनके साथ मिलकर आज फिर एसपी के समक्ष गुहार लगाई है कि कम से कम उसे बेटी आरोपित ससुरालजनों से दिला दी जाए।