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स्वास्थ्य विभाग ने एक महीने में 133 लोगों को थमाए नोटिस, सिविल सर्जन कार्यालय में पल रहा डेंगू

औरों को नसीहत खुद मियां फजीहत। यह कहावत सिविल सर्जन कार्यालय पर सटीक बैठती है। पिछले दिनों हुई बरसात से सिविल सर्जन कार्यालय में अलग-अलग जगहों पर पानी जमा हो गया। परिसर में जमा पानी को नहीं निकाला गया। इससे लोग तो परेशान हुए ही साथ ही एक समस्या ओर पैदा हो गई। खड़े पानी में लारवा पनप गया और मच्छर पैदा हो गए।

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Jul 2019 07:58 AM (IST)Updated: Sat, 20 Jul 2019 07:58 AM (IST)
स्वास्थ्य विभाग ने एक महीने में 133 लोगों को थमाए नोटिस, सिविल सर्जन कार्यालय में पल रहा डेंगू
स्वास्थ्य विभाग ने एक महीने में 133 लोगों को थमाए नोटिस, सिविल सर्जन कार्यालय में पल रहा डेंगू

जागरण संवाददाता, करनाल : औरों को नसीहत, खुद मियां फजीहत। यह कहावत सिविल सर्जन कार्यालय पर सटीक बैठती है। पिछले दिनों हुई बरसात से सिविल सर्जन कार्यालय में अलग-अलग जगहों पर पानी जमा हो गया। परिसर में जमा पानी को नहीं निकाला गया। इससे लोग तो परेशान हुए ही साथ ही एक समस्या ओर पैदा हो गई। खड़े पानी में लारवा पनप गया और मच्छर पैदा हो गए। कई जगह पर साफ पानी जमा है, वहां पर डेंगू के मच्छर की आशंका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। क्योंकि स्वास्थ्य विभाग ने अपने कार्यालय की तरफ ध्यान नहीं दिया और पांच टीमों का गठन कर उसे फील्ड में उतारा गया। जून और जुलाई में अब तक 133 लोगों के घरों में मच्छर का लारवा मिलने पर नोटिस जारी कर दिए गए। विभाग के पास 10 ब्रीडिग चेकर

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अहम बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग के पास मच्छरों के लारवा की जांच के लिए 10 ब्रीडिग चेकर हैं। जिनका काम केवल लारवा की पहचान कर रिपोर्ट तैयार करना है। इन ब्रीडिग चेकरों का कार्यालय में रोजाना आना-जाना लगा रहता है। लेकिन कार्यलय परिसर में पनप रहे लारवा की तरफ ध्यान नहीं दिया गया। इसके लिए सीधे तौर पर विभाग जिम्मेदार है। सीएमओ के सीनियर स्टेनों सहित चार कर्मचारी आए थे डेंगू की चपेट में

पिछले साल स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण सीएमओ के सीनियर स्टेनों मांगेराम सहित चार कर्मचारी डेंगू की चपेट में आए थे। जब लगातार कर्मचारी बीमार पड़ने लगे तो कूलरों की जांच कराई गई। सिविल सर्जन कार्यालय के कुलरों में ही डेंगू का लारवा मिला था, लेकिन बड़ी बात यह है कि इस घटना के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने कार्यप्रणाली में कोई बदलाव नहीं किया। अब भी पिछले साल जैसे हालात बनने जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने जुलाई माह में जिले की यह तैयार की रिपोर्ट

जून माह में स्वास्थ्य विभाग की पांच टीमों ने 17 हजार 424 घरों को चेक किया। जिसमें से 251 पॉजिटिव पाए गए। 11 हजार 592 कूलर चेक किए, जिसमें से 192 पॉजिटिव मिले। इसी प्रकार 13 हजार 179 पानी की टंकी चेक की, 15 में डेंगू का लारवा पाया गया। 34 हुंडी चेक की महज 02 पॉजिटिव मिली। 42 हजार 865 कंटेनर चेक किए गए 26 पॉजीटिव मिले हैं। 8293 घरों के परिसर चेक किए 18 पॉजिटिव पाए गए। इस मामले में 133 लोगों को विभाग की तरफ से नोटिस जारी किए जा चुके हैं। वर्जन

कार्यालय में पानी निकासी पाइप खराब हैं। मामला मेरे संज्ञान में है, इसको कल तक ठीक करा दिया जाएगा। जाहिर तौर पर इस तरफ ध्यान देने की जरूरत है। जहां पर पानी खड़ा है उसको निकलवाया जाएगा।

डॉ. रमेश कुमार, सिविल सर्जन।


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