कोरोना को लेकर अलर्ट पर स्वास्थ्य विभाग, करनाल के डीसी ने ली बैठक
सरकार की ओर से कोरोना को महामारी घोषित किए जाने के बाद उपायुक्त निशांत यादव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की तत्काल बैठक बुलाई।
जागरण संवाददाता, करनाल : प्रदेश सरकार की ओर से कोरोना को महामारी घोषित किए जाने के बाद उपायुक्त निशांत यादव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की तत्काल बैठक बुलाई। वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की ओर से दो वीडियो भी दिखाई गई। पहली वीडियो में बताया गया कि कोरोना को लेकर किसी प्रकार की चिता ना करें क्योंकि कोरोना से संक्रमित 98 फीसद व्यक्ति बचाव के तरीकों से ठीक हो जाते हैं। इस प्रकार ये जानलेवा नही है। इसका वारयस कम तापमान में ज्यादा फैलता है, अधिक तापमान से ये डरता है। ज्यादा ठंडी चीजें ना खाएं।
दूसरी वीडियो में एम्स के निदेशक ने बताया कि सब को मास्क पहनने की जरूरत नहीं, यदि किसी को जुकाम, खांसी व नजला हो तो वह पहन सकता है। इसका वायरस 2 मीटर की दूरी तक ही जा सकता है। एल्कोहल से इसका कोई लेना देना नहीं। प्रारंभ में यह पशु से मनुष्य में और अब मनुष्य से मनुष्य में आ गया है। गर्म पानी या गर्म चीजों के सेवन से भी कोरोना का कोई लेना देना नही। इसके संक्रमण से बचा जा सकता है। नियंत्रण के अच्छे उपाय इसके लिए जरूरी हैं। बैठक में डीईईओ रोहताश वर्मा, डीपीओ राजबाला, कोरोना के नोडल डॉ. मंजू पाठक, डॉ. नरेश करड़वाल, डॉ. पीयूष शर्मा, डॉ. सिम्मी कपूर, डॉ. नीलम वर्मा, डॉ. रविद्र संधु, डॉ. रवि कुमार, डॉ. राजबीर, डॉ. राजेश गर्ग, स्टेट केमिस्ट अमित कुमार सिंह तथा डॉ. अमनदीप सिंह भी उपस्थित रहे।
क्या है कोरोना वायरस?
बीते वर्ष 2019 में चीन के हुबई प्रांत के शहर वुहान में कोरोना का मामला प्रकाश में आया। धीरे-धीरे ये विश्व के दूसरे देशों में भी फैल गया और इसका नाम कोविड-19 (कोरोना वायरस डीजिज) हो गया। ताजा रिपोर्ट के अनुसार अब यह विश्व के 124 देशों में फैल गया है। इसे देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे पेनडैमिक यानि महामारी का नाम दिया है और यह भी कहा है कि इससे किसी प्रकार का खतरा नहीं है, बल्कि जागरूक और सजग रहने की जरूरत है। डीसी ने बताया कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए अभी तक कोई दवाई या वेक्सीन ईजाद नहीं हुई है, लेकिन रिसर्च जारी हैं। क्योंकि इस तरह के वायरस पर नियंत्रण के लिए दवाई तैयार करने में कुछ समय लगता है।
कोरोना को लेकर जिले की स्थिति
करनाल की जनता के लिए अच्छी खबर यह है कि जिला में अब तक कोविड-19 का कोई भी मामला पोजिटिव नहीं आया है। अलबत्ता जनता को जागरूक किया जा रहा है। स्कूलों में प्राचार्य, मुख्य अध्यापकों के माध्यम से विद्यार्थियों को जागरूक किया जा रहा है, जबकि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सुपरवाइजरों के माध्यम से ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। क्या हैं तैयारी?
सिविल सर्जन डॉ. अश्विनी आहुजा ने बताया कि जिला नागरिक अस्पताल व कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में आइसोलेटिड यानि अलग से वार्ड बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि अब तक बाहर से एयर पोर्ट के जरिए 17 यात्री करनाल आए थे। उनमें से 4 के सैंपल लेकर लैबोरेट्री में टेस्ट करवाए गए जो सभी नेगिटिव पाए गए। सैंपल टेस्ट कराने की सुविधा पीजीआइ रोहतक और मेडिकल कॉलेज खानपुर (सोनीपत) में उपलब्ध है। दोनों अस्पतालों में वेंटीलेटर की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। क्या करें?
-व्यक्तिगत स्वच्छता पर ध्यान दें।
-साबुन से लगातार हाथ धोते रहें।
-छींकने और खांसने के दौरान अपना मुंह ढकें।
-भीड़-भाड़ वाले स्थान पर एक व्यक्ति, दूसरे से दूरी बनाएं रखें।
-अस्वस्थ महसूस होने पर डॉक्टर से मिलें।
इन नंबरों पर करें संपर्क
-किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण या संक्रमण दिखाई दे तो उसकी सूचना के लिए हेल्पलाइन नंबर 108 तथा ट्रामा सेंटर के नंबर 0184-4076099 पर संपर्क करें। क्या ना करें?
-खांसी और बुखार हो तो किसी के संपर्क में ना आएं
-सार्वजनिक स्थानों पर ना थूकें।
-कच्चे अधपके मांस के सेवन से बचें।
-जानवरों के वध किए जाने वाले स्थानों पर ना जाएं।
-झाड़-फूंक के चक्कर में ना पड़ें।
-अफवाहों, आधारहीन सूचनाओं पर विश्वास ना करें। कोविड-19 से बचाव के लिए इनको भी रखें याद
डब्ल्यू-यू-एच-ए-एन (वुहान)
डब्ल्यू- वाश हैंडस (हाथ धोंए)
यू- यूज मास्क प्रोपर्ली (उचित तरीके से मास्क का प्रयोग करें।)
एच- हैव टेम्प्रेचर चैक्ड रेगुलरली (तापमान नियमित रूप से चैक रखें।)
ए- एवाएड लार्ज क्राउडस (भीड़ से दूर रहें।)
एन- नैवर टच यूअर फेस विद अनक्लीन हैंडस (अस्वच्छ हाथों से चेहरे को ना छूएं।)