जीवन में गुरु की परम आवश्यकता: विजय कौशल
श्री हरि कथा प्रचार समिति की ओर से ओपीएस विद्या मंदिर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, करनाल
श्री हरि कथा प्रचार समिति की ओर से ओपीएस विद्या मंदिर में आयोजित श्रीराम कथा उत्सव में संत प्रवर विजय कौशल महाराज ने गुरु की महिमा बताई। उन्होंने कहा कि पतंग और पतंगा में ज्यादा अंतर नहीं होता। पतंगा वासना के विकारों से भरकर स्वतंत्र विचरण करते हुए जलकर मर जाता है और पतंग की डोर दूसरे अर्थात सद्गुरु के हाथ में रहने से पतंग सदैव आसमान की ऊंचाइयों को छूता है। जीवन में गुरु की परम आवश्यकता होती है। हमको गुरु के पास नहीं, अपितु गुरु के साथ रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं कौन हूं, इस दुनिया में क्यों आया हूं, मैं क्या कर रहा हूं, मुझे कहां जाना है। इन सबका सही ज्ञान एक अच्छा गुरु दे सकता है। इस मौके पर विजय कौशल महाराज ने बुजुर्गो को संदेश दिया कि बच्चों को अच्छे संस्कार दें। बुजुर्गो के गलत दिशा में जीवनयापन करने से इसका सीधा असर बच्चों पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि बेडरूम में टीवी नहीं होना चाहिए। जिन घरों में बेडरूम में टीवी होगा वहां के लोग कभी भजन व भक्ति नहीं कर सकते। भक्ति का केवल दिखावा कर सकते हैं। इस मौके पर पूर्व उद्योग मंत्री शशिपाल मेहता, विपिन गुप्ता, हितेश गुप्ता, आदित्य बंसल, महिद्र चौधरी, शमी बंसल और नरेंद्र गुप्ता सहित राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक और शैक्षणिक हस्तियां ने महाराज से आशीर्वाद लिया। यजमान के रूप में अनिल गुप्ता, राजकुमार गोयल, सुनील गुप्ता, अमित गुप्ता, कृष्ण चंद सिगला, चिराग गुप्ता, हरिकृष्ण गुप्ता, राजेश गुप्ता, कैलाश गुप्ता व ज्ञान प्रकाश ने शिरकत की। कथा उत्सव के मुख्य संयोजक अविनाश बंसल व महासचिव सुनील गुप्ता ने बताया कि भगवान श्रीराम की कृपा से कथा का सफल आयोजन चल रहा है। युवाओं की संख्या भी कम नहीं है। हम सभी को श्रीराम के जीवन आदर्शों का अनुसरण करना चाहिए। इस अवसर पर मुख्य संयोजक अविनाश बंसल, प्रधान शशि भूषण गुप्ता, महासचिव सुनील गुप्ता, प्रकल्प प्रमुख घनश्याम गोयल, कोषाध्यक्ष सतीश गर्ग, अंकुर गुप्ता, प्रवीण गोयल, पुनीत मित्तल, संजय बंसल और प्रदीप गुप्ता मौजूद रहे।