Move to Jagran APP

जीएसटी गंभीरता से समझने वाला विषय, आपकी बात सरकार के समक्ष रखूंगा : हरविद्र कल्याण

जागरण संवाददाता, करनाल : घरौंडा के विधायक हरविद्र कल्याण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीए

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Nov 2019 09:41 AM (IST)Updated: Fri, 22 Nov 2019 09:41 AM (IST)
जीएसटी गंभीरता से समझने वाला विषय, आपकी बात सरकार के समक्ष रखूंगा : हरविद्र कल्याण
जीएसटी गंभीरता से समझने वाला विषय, आपकी बात सरकार के समक्ष रखूंगा : हरविद्र कल्याण

जागरण संवाददाता, करनाल : घरौंडा के विधायक हरविद्र कल्याण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी लागू करके ऐतिहासिक कदम उठाया है लेकिन किसी भी चीज को व्यवस्थित करने में समय लगता है। हर कार्य में पारदर्शिता बहुत जरूरी है। सरकार अपना काम कर रही है लेकिन जब हर व्यक्ति इस जिम्मेदारी को अपना कार्य समझकर समय पर पूरा करेगा तभी वह राष्ट्र निर्माण में सहायक होगा। जीएसटी वास्तव में ऐसा विषय है जिसे गंभीरता से समझने की जरूरत है। सरकार व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का प्रतिनिधि होने के नाते मैं आपकी बात उनके समक्ष रखूंगा और जो संभव होने वाली बात होगी उसके समाधान की कोशिश करूंगा।

loksabha election banner

बृहस्पतिवार को सेक्टर 12 स्थित गोल्डन मोंमेंट में जिला टैक्सेशन बार एसोएसिशन की ओर से जीएसटी पर हुए सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि कल्याण ने टैक्स परफोरमेंस, रेवेन्यू कलेक्शन की कल्पना एक डैम से करते हुए कहा कि उस डैम का कितना क्षेत्रफल है, कितनी उससे सिचाई होगी। महाराष्ट्र जैसे राज्यों में यह सब बातें रेवेन्यू कलेक्शन पर आधारित हैं। यह डैम अच्छे से भरे और इसका सभी को लाभ हो, इसी तरह जीएसटी है, सभी को सुविधाएं मिले और सभी इससे लाभान्वित हों। उन्होंने एसोसिएशन के सदस्यों से कहा कि आपकी प्रेक्टिकल दिक्कतें हैं, आपने दोनों तरफ का रोल अदा करना है, क्लाइंट को भी देखना है और यह भी सुनिशिचत करना है कि सभी टैक्स अदा करके राष्ट्र निर्माण् में महती भूमिका अदा करें।

सेमिनार के गेस्ट ऑफ ऑनर रिटायर्ड आईएएस युद्धवीर सिंह ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कहते थे कि किसी भी व्यवस्था को लागू करने का लाभ तभी तक है जब उसका लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। जिला टैक्सेश्न बार एसोसिएशन के प्रधान संजय मदान ने जीएसटी की तकनीकी दिक्कतों को रखते हुए कहा कि जीएसटी फाइल करने वाला पोर्टल बड़ा होना चाहिए, वर्तमान में जो पोर्टल है वह छोटा है जिसके कारण वह भर जाता है और समय पर जीएसटी फाइल नहीं हो पाता, यह बहुत बड़ी दिक्कत है। टैक्स बार एसोसिएशन के सचिव सुरेंद्र भारती ने वैट एसेसमेंट की डेट दोबारा 31 मार्च 2020 तक करने करने की बात कही, जबकि इसकी अंतिम तिथि अब 31 दिसंबर 2019 कर दी गई है। मौके पर दिल्ली से आए विषय विशेषज्ञ एडवोकेट सुशील वर्मा ने जीएसटी की कई तकनीकी दिक्कतों को सेमिनार में कल्याण व वकीलों के समक्ष रखा। इस मौके पर एडवोकेट विमल जैन, डीटीसी डा. आनंद सिंह, संयुक्त सचिव सुमित बठला, पूर्व प्रधान सुरेंद्र रोहिला, अनिश अरोड़ा, संजय अरोडा व सतपाल अरोड़ा मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.