भक्तों के लिए सांसारिक रूप में आते भगवान
श्री राम मंदिर सेक्टर आठ में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन साध्वी दीपमाला ने कथा सुनाते हुए कहा कि संसार का कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं होगा जोकि सुख नहीं चाहता परंतु कुंती ऐसी स्त्री थी, जिसने भगवान से प्रार्थना में दुख मांगा था। कुंती जानती थी कि दुख में हम परमात्मा को याद करते हैं, इसलिए जीवन में दुख भी जरूरी है।
जागरण संवाददाता, करनाल : श्री राम मंदिर सेक्टर आठ में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन साध्वी दीपमाला ने कथा सुनाते हुए कहा कि संसार का कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं होगा जोकि सुख नहीं चाहता परंतु कुंती ऐसी स्त्री थी, जिसने भगवान से प्रार्थना में दुख मांगा था। कुंती जानती थी कि दुख में हम परमात्मा को याद करते हैं, इसलिए जीवन में दुख भी जरूरी है।
उन्होंने कहा कि भगवान को भी स्वयं अपने भक्तों के लिए सांसारिक रूप में आना पड़ता है। वामन अवतार को प्रसंग के माध्यम से दर्शाया गया। मुख्य यजमान के रूप में अशोक मदान और उनका परिवार पहुंचा। प्रधान जगन बत्रा ने बताया कि रविवार के सत्र में भागवत कथा में श्रीकृष्ण भगवान का जन्म उत्सव और छप्पन भोग उत्सव मनाया जाएगा। सुबह शिव स्तुति में भोलेनाथ को पंचामृत स्नान करवा भोले बाबा का गुणगान होगा।
इस मौके पर रामदित्ता बतरा, मुरारी बत्तरा, सुभाष बतरा, र¨वद्र तनेजा, नरेश तनेजा, नीरू पाहवा, सुदेश वधवा, अशोक सरदाना, अनु खट्टर, चंद्र बतरा, आशा बतरा, उषा, वेद, तरसेम गुप्ता, डॉ. केएल डांग, विभा बतरा व सुदेश दुआ मौजूद रहे।