बूंदाबांदी से फिजा में घुली ठंडक, 7 डिग्री गिरा अधिकतम तापमान
क्षेत्र में अल सुबह हुई बूंदाबांदी से फिजा में ठंडक घुल गई। बूंदाबांदी के साथ तेज हवा चलने से अधिकतम तापमान बुधवार को 7.0 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 22.0 डिग्री पर आया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 17.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा 4.7 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली। सुबह के समय नमी की मात्रा
जागरण संवाददाता, करनाल: क्षेत्र में अल सुबह हुई बूंदाबांदी से फिजा में ठंडक घुल गई। बूंदाबांदी के साथ तेज हवा चलने से अधिकतम तापमान बुधवार को 7.0 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 22.0 डिग्री पर आया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 17.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा 4.7 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली। सुबह के समय नमी की मात्रा 84 फीसदी दर्ज की गई, जो शाम को घटकर 74 फीसदी रह गई। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में मौसम साफ रहेगा। अरब सागर में बन रहे साइक्लोन की स्थिति कमजोर हो गई, जिस कारण से अब बरसात की संभावना न के बराबर बनी हुई है।
सुधरने लगी आबोहवा, पार्काें में चहल-कदमी बढ़ी
बूंदाबांदी और तेज हवा चलने से पर्यावरण से धूल के कण व जहरीली हवा कम हो गई है। बृहस्पतिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर गिरकर 235 माइक्रोग्राम तक आ गया है। पीएम 2.5 की मात्रा 71 माइक्रोग्राम दर्ज की गई। इसी प्रकार पीएम-10 की मात्रा 128 दर्ज की गई है। आबोहवा में सुधार होने से पार्कों में लोगों की चहल-कदमी बढ़ गई है। सुबह लोग बड़ी संख्या में लोग पार्काें में सैर-सपाटे के लिए निकले।
गेहूं बिजाई के अनुकूल बना मौसम
एनडीआरआइ स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के पूर्व अध्यक्ष डॉ. दिलीप गोसाईं ने बताया कि तापमान में गिरावट आने के बाद मौसम गेहूं बिजाई के अनुकूल है। किसानों को चाहिए कि वह हैप्पी सीडर से बिजाई करें। यह मौसम गेहूं बिजाई के लिए उपयुक्त है। जब भी किसान गेहूं बिजाई करता है किस तापमान में गेहूं की बिजाई की गई है उस बड़ा महत्व रखता है।