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धुंध में चार किलोमीटर का सफर ना बन जाए जानलेवा

नेशनल हाइवे नंबर 44 पर सफर खतरों से भरा हुआ है। करनाल के नमस्ते चौक से पक्का पुल तक के महज चार किलोमीटर के रास्ते में ही कई अवैध कट और रास्ते बना दिए गए हैं। यहां पर करीब एक दर्जन हाई रिस्क प्वाइंट हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Dec 2019 09:36 AM (IST)Updated: Mon, 02 Dec 2019 09:36 AM (IST)
धुंध में चार किलोमीटर का सफर ना बन जाए जानलेवा
धुंध में चार किलोमीटर का सफर ना बन जाए जानलेवा

जागरण संवाददाता, करनाल

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नेशनल हाइवे नंबर 44 पर सफर खतरों से भरा हुआ है। करनाल के नमस्ते चौक से पक्का पुल तक के महज चार किलोमीटर के रास्ते में ही कई अवैध कट और रास्ते बना दिए गए हैं। यहां पर करीब एक दर्जन हाई रिस्क प्वाइंट हैं। रोड सेफ्टी की बैठकों में अवैध कटों का मामला कई बार उठ चुका है। बावजूद इसके अभी तक इन प्वाइंट को दुरुस्त नहीं किया गया है। धुंध के मौसम में यह प्वाइंट जानलेवा साबित हो सकते हैं। दैनिक जागरण ने नमस्ते चौक से लेकर पक्का पुल तक का सफर करके इन प्वाइंट को चिन्हित किया। इसमें तो कई व्यवसायिक गतिविधियों को लेकर बनाए हुए लग रहे हैं।

फोटो---04 नंबर है।

कई जगह गायब ब्राउंड्री ग्रिल तो कई जगह है टूटी

चार किलोमीटर के सफर में पानीपत की ओर जाते हुए नेशनल हाइवे पर कई जगह ब्राउंड्री ग्रिल गायब हैं तो कई जगह गायब कर दी गई है। कुछ जगहों पर टूटी हुई नजर आती है। इससे पैदल यात्री व दुपहिया वाहन चालक हाइवे पर आते हैं। इसके चलते हादसों होने का खतरा रहता है। धुंध में इन ग्रिल को पार करते समय तेजी से गाड़ी आ जाए तो हादसा होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ ही इन ग्रिल को पार करके जानवर भी हाइवे पर आ सकते हैं।

फोटो----02 नंबर है।

ऐसे लगता है मनमर्जी से बना दिए गए कट

चार किलोमीटर के सफर में करीब चार कट ऐसे हैं, जिससे देखकर लगता है कि यह मनमर्जी से बना दिए गए हैं। कंबोपुरा गांव से पहले और नई अनाज मंडी के पास यह कट बने हुए हैं। कट होने की वजह से वाहन चालक अक्सर यहां से हाइवे पर आते हैं। दूसरी ओर से आ रहे वाहन चालक को न तो कट की जानकारी होती। इसके चलते हादसे होने का खतरा बढ़ जाता है। धुंध में जब वाहन चंद फीट आगे से भी दिखाई नहीं देते तो यहां एक के बाद एक करके वाहन लगातार दुर्घनाग्रस्त हो सकते हैं।

फोटो----03 नंबर है।

रोड इंजीनियरिग को ही भूल गई एनएचएआइ

इस चार किलोमीटर के सफर में यह भी बात साफ हो जाती है कि यहां रोड इंजीनियरिग पर ध्यान नहीं दिया गया है। इसे देखकर लगता है कि एनएचएआइ रोड इंजीनयरिग ही भूल गई हो। क्योंकि जिस तरह से यहां कट दिए गए हैं, इससे देखकर यह भी पता नहीं चलता कि यहां एग्जिट प्वाइंट बनाया गया हो या फिर एंट्री। इससे वाहन चालक भी गफलत में पड़ जाते हैं। अनाज मंडी के पास 100 मीटर की दूरी पर ही दो जगह कट बनाए दिए गए हैं।

फोटो---60 नंबर है।

10 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए थे, अगले सप्ताह शुरू हो जाएगा काम

एडीसी अनीश यादव ने कहा कि नमस्ते चौक से लेकर पक्का पुल तक हाई रिस्क प्वाइंट होने का मामला रोड सेफ्टी की मीटिग में उठा था। इसके बाद कमेटी ने इस जगह का दौरा किया। यहां करीब 10 स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। इन्हें ठीक करने का काम अगले सप्ताह शुरू कर दिया जाएगा।


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