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दो दिन से गर्म तेवर दिखाने वाले आढ़ती शांत, खरीद व उठान में तेजी

दो दिन से मांगों को लेकर गर्म तेवर दिखाने वाले आढ़तियों के तेवर शांत हो गए हैं। हड़ताल समाप्त कर दी गई है। अब मंडी में खरीद और उठान ने तेजी पकड़ी है। गेहूं खरीद को लेकर दस दिन से चल रहा विवाद शनिवार को थम गया। स्थितियां सामान्य होने से किसानों के साथ-साथ अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 06:30 AM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 06:30 AM (IST)
दो दिन से गर्म तेवर दिखाने वाले आढ़ती शांत, खरीद व उठान में तेजी
दो दिन से गर्म तेवर दिखाने वाले आढ़ती शांत, खरीद व उठान में तेजी

जागरण संवाददाता, करनाल : दो दिन से मांगों को लेकर गर्म तेवर दिखाने वाले आढ़तियों के तेवर शांत हो गए हैं। हड़ताल समाप्त कर दी गई है। अब मंडी में खरीद और उठान ने तेजी पकड़ी है। गेहूं खरीद को लेकर दस दिन से चल रहा विवाद शनिवार को थम गया। स्थितियां सामान्य होने से किसानों के साथ-साथ अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली है। गेहूं खरीद की घोषणा के दूसरे ही दिन किसानों की मांग मानने के बाद अब आढ़तियों को भी संतुष्ट करने में अधिकारी कामयाब हुए हैं। यही नहीं शनिवार को हड़ताल पर जाने वाले श्रमिकों को भी आश्वसत किया गया। हालात सामान्य होने से शनिवार को एजेंसियों ने लगभग 1.20 लाख क्विंटल गेहूं की खरीद की है। ---बॉक्स-----

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मजदूरी कम होने के कारण श्रमिक नाराज

भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश संगठन मंत्री जंग बहादुर यादव, श्याम लाल, रामकुमार ने बताया कि पिछले सीजन की तुलना में इस वर्ष लेबर रेट 2 रुपये 75 पैसे कम हुआ है। पिछले वर्ष 11.75 रुपये मेहनताना दिया जाता था लेकिन इस बार नए शेड्यूल में घटाकर 10.37 रुपये किया गया है। इससे सीधा नुकसान श्रमिक को है। यादव ने बताया कि पिछले वर्ष पानी की कमी के कारण श्रमिकों की मौत हो गई थी और अधिकतर बीमार रहते थे। मंडी में पीने के पानी को लेकर कोई व्यवस्था नहीं है और शौचालयों की हालत भी खराब है। मंडी में तीन हजार श्रमिक काम करते हैं जबकि मेडिकल सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई जाती है।

----बॉक्स---- श्रमिकों की मांग को सरकार तक पहुंचाएंगे : उपायुक्त आढ़तियों के बाद श्रमिकों की सांकेतिक हड़ताल के चलते उपायुक्त निशांत कुमार, एसडीएम आयुष सिन्हा सुबह ही मार्केट मंडी बोर्ड कार्यालय पहुंच गए थे। यहां आढ़ती एसोसिएशन व लेबर संगठन के प्रतिनिधियों से बातचीत की। उपायुक्त के समक्ष चिकित्सा सुविधा, श्रमिक बोर्ड की मीटिग में करनाल मंडी से श्रमिकों के प्रतिनिधित्व की मांग रखी गई। यही नहीं मजदूरी का दाम बढ़ाने की मांग की गई। उपायुक्त ने बताया कि श्रमिकों की सेहत संभाल के लिए मार्केट मंडी बोर्ड कार्यालय में चिकित्सक डेस्क स्थापित की गई है। लेबर के आने-जाने के किराए, स्वच्छ पेयजल, सुलभ शौचालय की व्यवस्था करवा दी गई है। ---बॉक्स----

खरीद व उठान में आढ़तियों ने किया सहयोग

सरकार से बातचीत के बाद शनिवार को आढ़तियों ने खरीद में एजेंसियों का सहयोग किया है। आढ़ती एसोसिएशन प्रधान रजनीश चौधरी ने बताया कि सरकार से बातचीत के बाद शनिवार सुबह ही खरीद चालू करवा दी गई है। सरकार की ओर से आश्वसत किया गया है कि किसान को पेमेंट का मैसेज जाने से पहले आढ़ती के पास भी संदेश पहुंचेगा। बारदाने को लेकर किसी आढ़ती को परेशानी नहीं आने दी जाएगी। मंडी में खरीद व उठान तेजी से किया जा रहा है। प्रशासन की ओर से एक आढ़ती की गेहूं एक ही ट्रक में लोड करवाने का आश्वासन दिया गया है। ---बॉक्स----

जिले में करीब 56 हजार 641 मीट्रिक टन गेहू की आवक

गत दिवस तक जिले में करीब 56 हजार 641 मीट्रिक टन गेहूं की आवक विभिन्न परचेज सेंटरों व मंडियों में हुई, जिसे सरकारी खरीद एजेंसियों द्वारा खरीदा गया। खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा 27 हजार 650.5 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 23 हजार 508 मीट्रिक टन तथा हरियाणा वेयर हाऊस कार्पोरेशन द्वारा 5 हजार 842.4 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया। असंध में 9326 मीट्रिक टन, बरसत में 1094.5 मीट्रिक टन, ब्याना में 107 मीट्रिक टन, गंगाटेहड़ी पोपड़ा में 1377 मीट्रिक टन, घरौंडा में 12970 मीट्रिक टन, घीड़ में 105.5 मीट्रिक टन, इंद्री में 1949 मीट्रिक टन, जुंडला में 4382 मीट्रिक टन, करनाल में 10625 मीट्रिक टन, कुंजपुरा में 860 मीट्रिक टन, कुरलन में 161 मीट्रिक टन, मुनक में 710 मीट्रिक टन, नीलोखेड़ी में 152 मीट्रिक टन, निसिग में 7950 मीट्रिक टन, राहड़ा में 512 मीट्रिक टन, सालवन में 2332.9 मीट्रिक टन तथा तरावड़ी में 2027 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई।


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