मोबाइल टावरों से बैटरी चोरी करने वाले पांच बदमाश गिरफ्तार
पुलिस ने मोबाइल टावरों से बैटरी चोरी करने वाले गिरोह के पांच बदमाशों को पकड़ा है। डिटेक्टिव स्टाफ के इंचार्ज निरीक्षक वीरेंद्र राणा को मोबाइल टावरों से बैटरी चोर गिरोह की सूचना मिली थी। निरीक्षक वीरेंद्र राणा की ओर से एएसआइ हिम्मत सिंह के नेतृत्व टीम का गठन कर आरोपितों को गिरफ्तारी के लिए रवाना किया। टीम ने ग्रीन बेल्ट सेक्टर-6 और मेरठ रोड टी-प्वाइंट चौक पर नाकाबंदी कर गाड़ी से चार बदमाशों को पांच बैटरियों सहित गिरफ्तार किया।
जागरण संवाददाता, करनाल : पुलिस ने मोबाइल टावरों से बैटरी चोरी करने वाले गिरोह के पांच बदमाशों को पकड़ा है। डिटेक्टिव स्टाफ के इंचार्ज निरीक्षक वीरेंद्र राणा को मोबाइल टावरों से बैटरी चोर गिरोह की सूचना मिली थी। निरीक्षक वीरेंद्र राणा की ओर से एएसआइ हिम्मत सिंह के नेतृत्व टीम का गठन कर आरोपितों को गिरफ्तारी के लिए रवाना किया। टीम ने ग्रीन बेल्ट सेक्टर-6 और मेरठ रोड टी-प्वाइंट चौक पर नाकाबंदी कर गाड़ी से चार बदमाशों को पांच बैटरियों सहित गिरफ्तार किया।
कबाड़ी से आरोपितों का पता चला
आरोपित जगजीत सिंह निवासी विकास नगर, बलजीत सिंह निवासी मतलौडा हाल निवासी राजीव पुरम, प्रीतम सिंह निवासी धर्मपाल कालोनी तरावड़ी और विरेन्द्र सिंह निवासी बब्बर मुहल्ला निसिग ने पूछताछ में बताया कि 5 दिन पहले उन्होंने थाना घरौंडा क्षेत्र के गांव गढ़ी मुल्तान में मोबाइल टावर से 15 बैटरियां चोरी की थी। इनमें से उन्होंने 10 बैटरियां गांव फूंसगढ़ क्षेत्र में कबाड़ी की दुकान करने वाले सतार अली निवासी को 16 हजार में बेच दी। पुलिस ने आरोपित कबाड़ी को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों ने बताया कि वे बाकी पांच बैटरियों को बेचने के लिए उत्तर प्रदेश जा रहे थे।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
आरोपित वारदात से पहले क्षेत्र की रेकी करते थे। इसके बाद रात को गाड़ी में उस जगह जाकर टावर का ताला तोड़कर बैटरी सैल चोरी कर लेते थे। एक बैटरी सैल का वजन करीब 32 किलोग्राम होता है। इसके अलावा आरोपितों ने तीन अन्य वारदातों का भी पर्दाफाश किया। आरोपितों ने साथी रणजीत सिंह वासी व मुखाला के साथ मिलकर करीब 2 माह पहले सेक्टर- 9 मार्केट से 12 बैटरी सैल चोरी किए थे। करीब एक माह पहले सेक्टर-33 में लगे मोबाइल टावर से 24 बैटरी चोरी की थी। इसके अलावा सेक्टर-32 में भी 19 बैटरी सैल चोरी किए थे।
पहले भी दर्ज हैं मामले
आरोपित जगजीत, बलजीत व प्रीतम पहले भी बैटरी चोरी के करीब 10 मामलों में जेल जा चुके हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है।