नहीं हो रहा रजिस्ट्रेशन, किसानों को सता रही चिता
बल्ला क्षेत्र के कुछ गांवों की जमीन रिकार्ड अपडेट न होने पर मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना के तहत कई किसानों का पंजीकरण नहीं हो पाया है। इसे लेकर वे काफी परेशान हैं।
संवाद सहयोगी, बल्ला : क्षेत्र के कुछ गांवों की जमीन रिकार्ड अपडेट न होने पर मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना के तहत कई किसानों का पंजीकरण नहीं हो पाया है। इसे लेकर वे काफी परेशान हैं।
किसान रामपाल ने एसडीएम को शिकायत में बताया कि गांव की जमीन को पटवारी ने अभी तक गिरदावरी न करके खेतों में खड़ी फसल रिकार्ड में नहीं दर्शाई है। पंजीकरण के पोर्टल पर खेत में खड़ी फसल का पंजीकरण किया जाता है। मार्केट कमेटी कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा गांव में मुनादी करवाई जा रही है कि सभी किसान जल्द-जल्द मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना के तहत पंजीकरण करवाएं। इससे किसान गांव में मौजूद सीएससी सेंटरो और मार्केट कमेटी के चक्कर काटने को मजबूर हैं। इसके बावजूद किसानों का पंजीकरण नहीं हो पा रहा है। किसान रामपाल, जसबीर, नरेंद्र, रणबीर, जगबीर, अशोक ने बताया कि उन्हें पंजीकरण के लिए अटकने पर मजबूर होना पड़ रहा है। चक्कर काटने पर भी पंजीकरण नहीं हो पा रहा है। अब उन्हें डर सता रहा है कि बिना पंजीकरण अपनी गेहूं की फसल कैसे मंडी में बेच पाएंगे।
नई जमाबंदी के कारण फसल बेचना मुश्किल
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संवाद सूत्र, गढी बीरबल : मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना में अपनी फसल का पंजीकरण करने में किसानों को समस्या हो रही है। चंद्राव के ग्रामीणों का कहना है कि हमारे गांव की नई जमाबंदी बनी है। उसके बाद मेरी फसल मेरा ब्यौरा में अपनी फसल दर्ज करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गांव की जमीन के कई नंबरों पर लिखा आ रहा है कि यह जमीन पटवारी द्वारा कृषि योग्य भूमि नहीं है। ये सभी नंबर चाही जमीन के हैं। इसे ठीक करने के लिए ग्रामीणों ने उपमंडल अधिकारी इंद्री को भी शिकायत की है। ग्रामीण सरवन सिंह, राजेन्द्र, बाबूराम, गुरदयाल, महेंद्र सिंह, बख्शीश, रजत, मांगा सिंह ने बताया कि वे हर रोज जाते हैं और इंद्री बैठकर आ जाते हैं। पटवारी द्वारा बताया गया कि यह समस्या ठीक करने की वेबसाइट बंद हैं। समस्या का कोई समाधान नहीं दिख रहा है। क्षेत्रीय पटवारी ने बताया कि ग्रामीणों की समस्या का कारण पोर्टल बंद होना है। सोमवार को पोर्टल चालू होने से समाधान हो जाएगा।