किसान हैप्पी सीडर और जीरो टीलेज से करें गेहूं की बिजाई: महेंद्र संधू
धान की फसल निपटान के साथ ही किसान गेहूं की बिजाई में जुट गया है। जिन किसानों ने दस से 15 दिन पहले धान की कटाई की थी। उन्होंने खेतों की जुताई कर सिचाई कर दी थी। फसल की बेहतर पैदावार होगी। बीएओ महेंद्र सिंह संधू का कहना था कि मौसम के मद्देनजर गेहूं की बिजाई का उपयुक्त समय चल रहा है। अगेती धान की कटाई कर खेतों की सिचाई करने वाले किसान गेहूं की बिजाई कर रहे हैं।
संवाद सूत्र, निसिग : धान की फसल निपटान के साथ ही किसान गेहूं की बिजाई में जुट गया है। जिन किसानों ने दस से 15 दिन पहले धान की कटाई की थी। उन्होंने खेतों की जुताई कर सिचाई कर दी थी। फसल की बेहतर पैदावार होगी। बीएओ महेंद्र सिंह संधू का कहना था कि मौसम के मद्देनजर गेहूं की बिजाई का उपयुक्त समय चल रहा है। अगेती धान की कटाई कर खेतों की सिचाई करने वाले किसान गेहूं की बिजाई कर रहे हैं। किसान हैप्पी साडर व जीरो टीलेज से बिजाई करें। इससे किसान का फसल पर खर्च भी घटेगा व पैदावार भी बंपर होगी। उन्होंने किसानों को शेष बची धान की एसएमएस मशीन से कटाई की सलाह दी है। बिजाई से पूर्व करें बीजोपचार
असंध बीएओ डॉ. राधेश्याम गुप्ता के अनुसार किसान गेहूं बिजाई से पूर्व बीजोपचार जरूर करें। जो गेंहू में आने वाली कई बीमारियों से फसल को बचाता है। दीमक वाले खेतों में किसान बिजाई से एक दिन पूर्व एक क्विंटल बीज में 350 एमएल क्लोरोपाईरीफास का दो लीटर पानी में घोल बनाकर बीज में मिलाए। उसके अगले दिन बीजोपचार कर गेहूं की बिजाई करें। जीरो ड्रील से बिजाई करने में 40 किलोग्राम बीज एवं छींटा व रोटावेटर से बिजाई में 45 किलोग्राम बीज का इस्तेमाल करें। अगेती और पछेती बिजाई का उपयुक्त समय
डॉ. राधेश्याम गुप्ता के अनुसार किसान 25 अक्टूबर से 15 नवंबर तक गेहूं के अगेती बीजों की बिजाई कर सकते हैं। एचडी 3086, 2967, डब्लूएच 711, डीबीडब्ल्यू 18, डब्ल्यूएच 1105 सहित कई अन्य बीजों की बिजाई कर सकते हैं। 15 से 30 नवंबर तक किसान मध्यम किस्मों में पीबीडब्ल्यू 550, यूपी 2338 सहित कई अन्य बीजों की बिजाई कर सकते हैं। वहीं 30 नवंबर से 15 दिसंबर तक किसान एचडी 173, राज 3765, 90 व 71 नंबर सहित अन्य किस्मों की बिजाई कर सकते हैं। उन्होंने किसानों को कम नमी वाले खेतों में बिजाई नहीं करने की सलाह दी है ताकि गेहूं का जमाव प्रभावित न हो।