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कुंजपुरा अनाज मंडी में गेट पास न कटने पर किसानों ने बवाल काटा

संवाद सूत्र कुंजपुरा बिना शेड्यूल फसल लेकर पहुंचने वाले किसानों को रोकने के लिए अनाज मंडी के प्रवेश द्वार का गेट बंद कर ताला लगा दिया गया। गेहूं से भरी ट्रैक्टर ट्रालियों की लंबी कतार लग गई। मंडी का गेट बंद करने से खफा किसानों ने काफी देर बवाल काटा। बवाल काटे जाने के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हुई तो किसान जबरदस्ती गेट को तोड़ते हुए ट्रैक्टर ट्राली लेकर अंदर मंडी में घुस गए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Apr 2021 06:14 AM (IST)Updated: Tue, 13 Apr 2021 06:14 AM (IST)
कुंजपुरा अनाज मंडी में गेट पास न कटने पर किसानों ने बवाल काटा
कुंजपुरा अनाज मंडी में गेट पास न कटने पर किसानों ने बवाल काटा

संवाद सूत्र, कुंजपुरा : बिना शेड्यूल फसल लेकर पहुंचने वाले किसानों को रोकने के लिए अनाज मंडी के प्रवेश द्वार का गेट बंद कर ताला लगा दिया गया। गेहूं से भरी ट्रैक्टर ट्रालियों की लंबी कतार लग गई। मंडी का गेट बंद करने से खफा किसानों ने काफी देर बवाल काटा। बवाल काटे जाने के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हुई तो किसान जबरदस्ती गेट को तोड़ते हुए ट्रैक्टर ट्राली लेकर अंदर मंडी में घुस गए। हालांकि देर शाम तक बिना शेड्यूल गेहूं लेकर मंडी में पहुंचे किसानों को गेट पास नहीं जारी किए गए। बिना गेट पास मिले ही किसानों ने अपने अपने आढ़तियों की दुकानों पर गेहूं डाल दिया। गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से बिना शेड्यूल ही किसान मंडी में गेहूं लेकर पहुंच रहे थे। आज करीब 2 बजे अचानक कुंजपुरा अनाज मंडी का मुख्य प्रवेश द्वार बंद कर गेट पर ताला जड़ दिया गया। मार्केट कमेटी प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद सड़क पर गेहूं से भरी ट्रैक्टर ट्राली की लाइन लगनी शुरू हो गई। करीब एक डेढ़ घंटे के दौरान सड़क पर 60 से अधिक ट्रेक्टर ट्राली खड़ी होने से जाम की स्थिति बन गई।

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किसान प्रीतम, बलबीर सुखबीर, प्रेम, फूल सिंह का कहना था कि जब सरकार की ओर से बिना शेड्यूल फसल मंडी लाने की किसानों को छूट दी गई है तो अबे उन्हें क्यों रोका जा रहा है। एसडीएम आयुष सिन्हा ने बताया कि बिना शेड्यूल गेहूं की आवक होने के कारण मंडी में लिफ्टिग कार्य प्रभावित हो रहा था। लिफ्टिग के कार्य को सुचारु बनाए रखने के लिए 13 अप्रैल मंगलवार को मात्र एक दिन के लिए अनाज मंडी में गेहूं खरीद प्रक्रिया बंद रहेगी। मार्केट कमेटी सचिव हकीकत राय का कहना है कि बिना शेड्यूल फसल लाने से मंडी में भारी मात्रा में गेहूं की आवक शुरू हो रही थी जिस कारण लिफ्टिग में समस्या बननी शुरू हो गई।

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किसानों ने 24 घंटे गेटपास सुविधा की मांग को लेकर कमेटी कार्यालय को जड़ा ताला फोटो 42

संवाद सूत्र, निसिग : एसएमएस पर बुलावे के बाद ही मंडियों में गेहूं लेकर जाने की बात किसान को गंवारा नहीं है। सरकार ने मंडी में बढ़ी अधिक आवक को लेकर प्रदेश की 18 मंडियों में 24 घंटे के लिए गेहूं पर रोक लगा दी है। इस प्रकार के मेसेज पढऩे व किसानों को गेटपास नही दिए जाने की शिकायतों के बाद भाकियू चढऩी ग्रुप के ब्लाक प्रधान अमनदीप बब्बर व युवा किसान नेता गुलजार सिंह कामरेड सहित अन्य किसान मार्केट कमेटी सचिव बलवान सिंह से मिलने पहुंचे। लेकिन किसानों को मौके पर सचिव नहीं मिले। किसानों ने कुछ देर इंतजार के बाद मंडी कार्यालय के मुख्य दरवाजे को बंद कर कुंडों में कपड़ा बांधकर सील कर दिया। वहीं दरवाजे के सामने धरना देकर बैठ गए। हालांकि सचिव इनके पहुंचने से पहले ही एजेंसी निरिक्षकों के साथ मिटिग में गए थे। लेकिन मौके पर मौजूद स्टाफ कार्यालय में नजरबंद हो गया। सूचना मिलते ही निसिग थाना प्रभारी ऋषिपाल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने उच्चाधिकारियों से बातचीत कर समाधान का आश्वासन दिया। अमनदीप बब्बर व गुलजार सिंह की मांग थी कि किसान 24 घंटे में जब भी मंडी में फसल लेकर पहुंचे उसे तुंरत गेटपास दिया जाए। मंडी में फसल पहुंचते ही तोल लगाया जाए। किसानों कीे फसल की पेमेंट शीघ्र दी जाए। उठान प्रक्रिया को तेज किया जाए। मंडी प्रधान सतनारायण गर्ग व व्यापार मंडल प्रधान बलबीर राणा ने बारदाने की समस्या रखीे। नायब तहसीलदार रामकुमार ने एजेंसी निरिक्षकों से बात कर जिसे मंगलवार को पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया। वहीं मौके पर पहुंचे सचिव ने कहा कि गेहूं की आवक से मंडी जाम हो गई है। किसान सड़कों पर गेहूं डाल रहा है। मंडी में व्यवस्था को सही बनाने के लिऐ उन्हें कुछ समय चाहिए। जिसपर भाकियू ने बुधवार को क्षेत्र के किसानों को मंडी में फसल नही लाने की अपील की। वहीं मंडी के आढ़तियों को भी अपने-अपने किसानों को फसल रोकने के लिए बोलने को कहा। करीब अढ़ाई घंटे बाद कार्यालय का गेट खोला गया।

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जुंडला अनाजमंडी में बारदाने की कमी के कारण आढ़तियों ने नारेबाजी की फोटो 20 संवाद सूत्र, जलमाना : जुंडला अनाज मंडी में गेहूं की आवक दिनों-दिन जोर पकड़ती जा रही है। मौसम साफ होने के साथ ही जहां किसान मशीनों व मजदूरों की सहायता से फसल की कटाई में जुटे हुए हैं। 6 अप्रैल को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग व हेफेड द्वारा मंडी में गेहूं की सरकारी खरीद की गई थी। उस वक्त बारदाना पर्याप्त मात्रा में दिया गया था लेकिन आज बारदाना को लेकर मंडी में हाहाकार मचा हुआ है। मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान जोगिद्र सिंह की अध्यक्षता में राजकुमार, जसवंत, कृष्ण, अश्वनी कपूर, राजेन्द्र, सजंय, मुल्तान सिंह, संजीव, सुरेन्द्र ने बारदाने की कमी के चलते खाद्य एवं आपूर्ति विभाग व हेफेड दोनों खरीद एजेंसियों के खिलाफ नारेबाजी की। आढ़ती बारदाना लेने के लिए निरंतर सरकारी खरीद एजेंसियों के अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बारदाना न मिलने के कारण मंडी में गेहूं की ढेरियों के अंबार लगने शुरु हो गए हैं और खरीद कार्य प्रभावित हो रहा है। आढ़तियों ने बताया कि बारदाना न होने से जहां गेहूं की खरीद प्रभावित हो रही है और एजेंसियों द्वारा खरीदी गई गेहूं को अभी तक बारदाना न होने के कारण मंडी में ज्यों के त्यों ढेर लगे पड़े हैं। प्रधान जोगिद्र सिंह ने बताया कि जुंडला मंडी में हेफेड व खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा गेहूं की सरकारी खरीद की जा रही है और दोनों की एजेंसियों के पास बारदाना नहीं है जिस कारण आढ़तियों व किसानों में भारी रोष है। निरंतर खरीद कार्य प्रभावित हो रहा है।


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