उठान धीमा होने से किसान व आढ़ती परेशान, जताया रोष
अनाज मंडी में धान का उठान धीमा होने से किसानों से साथ ही आढ़तियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
संवाद सहयोगी, असंध : अनाज मंडी में धान का उठान धीमा होने से किसानों से साथ ही आढ़तियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सोमपाल सिंह, कुलबीर मुंड, बलकार सिंह, टीटा, नेत्रपाल, सुरेंद्र, पवन कुमार आदि किसानों ने बताया कि उन्हें उनकी धान का वाजिब रेट भी नही मिल रहा है। मंडी में धान का उठान न होने उन्हें धान गिराने के लिए जगह भी नही बचती है। उससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मंडी में उनकी समस्याएं सुनने वाला कोई नही है।
किसानों ने कहा कि किसानों का सोना कौड़ियों के भाव खरीदा जा रहा है। जितने रेट में खरीदार धान खरीद रहा है उससे ज्यादा तो बिजली का बिल आ जाता है। किसानों ने सरकार से जल्द से जल्द उनकी समस्याओं हल कराने की मांग की। बॉक्स
मंडी में खुली बोली भी नहीं होती है जिससे किसानों को पता ही नही चलता की धान का क्या रेट चल रहा है। सेलर मालिक किसान के धान को अपनी मर्जी से खरीदता है। जिससे किसान ठगा मासूस करता है। ओपन बोली में सभी खरीदार कंपटीशन में धान खरीदते हैं जिसका सीधा फायदा किसान को होता है। परन्तु मिली भगत के कारण असंध मंडी में कई सालों से ओपन बोली नही हो रही है। जिससे किसानों को लूटा जा रहा है। बॉक्स
मार्केट कमेटी के सचिव कृष्ण धनकड़ ने बताया कि धान उठाने के लिए एजेंसियों को पत्र लिखा हुआ है। प्राइवेट मिलर का जो धान पड़ा है उसे भी उठाने के निर्देश दे दिए गए हैं। मंडी में पीआर धान की खरीद शुरु हो चुकी है। किसानों को जो भी समस्याएं है वे उनके संज्ञान में दे।