सीएम सिटी में चल रहा फर्जी मेमोरी कार्ड और पेन ड्राइव का कारोबार
जागरण संवाददाता, करनाल : सीएम सिटी में नामी कंपनियों सेमसंग व एचपी के नाम पर फर्जी मेमोरी
जागरण संवाददाता, करनाल : सीएम सिटी में नामी कंपनियों सेमसंग व एचपी के नाम पर फर्जी मेमोरी कार्ड व पेन ड्राइव बेचने का मामला सामने आया है। सार्वजनिक स्थानों पर सेमसंग व एचपी कंपनी के पोस्टर लगाकर लोगों को गुमराह कर ठगी की जा रही है। हैरान करने वाली बात यह है कि इस बारे में कंपनी अधिकारियों को भी जानकारी है लेकिन पुलिस को इस संबंध में कोई शिकायत नहीं दी गई है, जिस फायदा उठाकर सीएम सिटी में यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। शहर के सैंकड़ों लोगों को ठगी का शिकार बना चुके युवक संदीप बेनीवाल को सेक्टर 13 पुलिस ने हिरासत में लिया है। प्राथमिक पूछताछ में युवक ने यह भी कबूला है कि वह दिल्ली से बिना बिल के सेमसंग व एचपी के मेमोरी कार्ड खरीदकर लाता था और सीएम सिटी में आकर उन्हें सप्लाई करता था। हालांकि अभी पुलिस छानबीन कर रही है।
कृष्णा कालोनी निवासी प्रो. सुरेश कुमार दुग्गल ने आईटीआई चौक पर लगे पोस्टर को देखा, जिस पर लिखा हुआ था कि 230 रुपये में 32 जीबी का मेमोरी कार्ड लें। नीचे लिखे नंबर पर उन्होंने संपर्क किया तो युवक संदीप बेनीवाल ने उनको नेहरू पैलेस बुलाकर मेमोरी कार्ड व पेन ड्राइव उपलब्ध करवाया, जिसकी पेमेंट उन्होंने पीटीएम से की। मेमोरी कार्ड व पेन ड्राइव खराब निकला तो उन्होंने फोन कर इसे बदलने को कहा, लेकिन युवक ने कोई रास्ता नहीं दिया। दूसरे व्यक्ति के माध्यम से संदीप को सेक्टर 12 में बुलाया गया और वहां से युवक को पकड़ा। उन्होंने मेमोरी कार्ड व पेन ड्राइव बदलने से मना कर दिया और ना ही दिए हुए पैसे वापस किए। इसकी सूचना सेक्टर 13 चौकी प्रभारी मनोज कुमार को दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे चौकी प्रभारी व कर्मचारियों ने उसे हिरासत में ले लिया। सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि दिल्ली के लाल किला क्षेत्र से बड़ी खेप में वह यह अवैध कार्ड खरीदते हैं। नामी कंपनियों के नाम पर सीएम सिटी में बेचते हैं। हालांकि इस मामले में पुलिस युवक से पूछताछ कर रह रही है।
सार्वजनिक स्थानों पर चस्पाए पोस्टर
युवक ने लोगों को ठगी का शिकार बनाने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर चस्पाए हुए हैं। कम पैसे में 32 जीबी का मेमोरी कार्ड मिलने के लालच में आकर लोग इन्हें खरीद रहे हैं। जबकि उन्हें जब इस्तेमाल में लाया जाता है तो वह वर्किंग में नहीं होते। कई मेमोरी कार्ड ऐसे निकले जिन पर लिखा 32 जीबी था लेकिन उनकी स्टोरेज क्षमता महज दो एमबी निकली। कंपनी के डीलर से लेकर अधिकारियों तक इस मामले की शिकायत करने से बचते नजर आ रहे हैं। ऐसे में इस प्रकार का अवैध धंधा करने वाले भी आसानी से छूट जाते हैं।
कोई जानकारी नहीं : डीएसपी
डीएसपी शकुंतला यादव का कहना है कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। चौकी इंचार्ज से पता किया जाएगा। अगर ऐसा मामला है तो तफ्तीश की जाएगी।
वर्जन
युवक को हिरासत में लिया गया है। यह नामी कंपनियों के नाम पर फर्जी मेमोरी कार्ड व पेन ड्राइव बेचता हुआ पकड़ा गया है। फिलहाल युवक से पूछताछ की जा रही है। यह जानने की कोशिश की जा रही है कि कोई बड़ा गिरोह तो सक्रिय नही है।
मनोज कुमार, चौकी इंचार्ज सेक्टर 13 करनाल।